यह कांग्रेस की एकता और जीतू-उमंग के नेतृत्व पर भरोसे का प्रदर्शन था…

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यह कांग्रेस की एकता और जीतू-उमंग के नेतृत्व पर भरोसे का प्रदर्शन था…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन कांग्रेस का भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आयोजित विधानसभा घेराव में राजधानी भोपाल में हजारों की संख्या में कांग्रेसजन शामिल हुए। जितेन्द्र सिंह, कमलनाथ, पवन खेड़ा, जीतू पटवारी, उमंग सिंघार,अलका लांबा सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठ नेता भी इसमें शामिल हुए। अभा कांग्रेस कमेटी महासचिव प्रदेश प्रभारी जितेन्द्र सिंह ने तंज कसा कि कर्ज, क्राईम, करप्शन की सरकार, भाजपा बंद करो अब अत्याचार। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि भाजपाई झूठ बोलते हैं तो आवाज भारी रखते हैं और फिर अगले झूठ की तैयारी रखते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आह्वान किया कि प्रदेश की जनता करे पुकार, भाजपा बंद करो अब अत्याचार। भाजपा से किसानों, महिलाओं, युवाओं की यही पुकार, बंद करो अब अत्याचार। कांग्रेस ने भरी हुंकार, भाजपा बंद करो अब अत्याचार। तो जीतू ने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस जातिगत जनगणना के माध्यम से सामाजिक न्याय और समानता की स्थापना के लिए कटिबद्ध है। और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार बोले कि सड़क से सदन तक जनता के हक-अधिकारों की लड़ेंगे लड़ाई लड़ेंगे। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा बोली कि आधी आबादी के लिए पूरा न्याय, महिलाएं नहीं सहेंगी अब अन्याय। तो कांग्रेस के इस प्रदेश व्यापी विधानसभा घेराव में सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई सहित प्रदेश के वरिष्ठ नेतागण शामिल रहे। राजधानी भोपाल में भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश व्यापी विधानसभा घेराव किया गया था।

तो घेराव कार्यक्रम में पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, अजय सिंह राहुल भैया, अरूण यादव, कांतिलाल भूरिया, पूर्व मंत्रीगण एनपी प्रजापति, राजेन्द्र सिंह, डॉ. गोविंद सिंह, सज्जन सिंह वर्मा, कमलेश्वर पटेल, ओमकार मरकाम, पीसी शर्मा, अशोक सिंह, जयवर्धनसिंह, प्रियव्रतसिंह, हेमंत कटारे, कुणाल चौधरी, आरिफ मसूद, मितेन्द्र दर्शन सिंह, विभा पटेल, नूरी खान, आशुतोष चौकसे, प्रदीप अहिरवार, फूलसिंह बरैया, लखन घनघोरिया, मुकेश मलहोत्रा, राजकुमार पटेल, गौरव रघुवंशी, राजीव सिंह, अभय दुबे, संजय दत्त, रणविजय सिंह, आनंद चौधरी, चंदन यादव, तरूण भानोट, बाला बच्चन, नीरज दीक्षित, विक्रम सिंह नातीराजा, नीलांशु चतुर्वेदी, सुरेन्द्र चौधरी, गुड्डू राजा बुंदेला, सिद्धार्थ कुशवाहा, प्रवीण सक्सेना, अनोखी मानसिंह पटेल उपस्थित थे।

यह सभी बड़े नाम यह बता रहे हैं कि कांग्रेस से भाजपा में आकर वन मंत्री बनाए गए रामनिवास रावत को विजयपुर में हराकर कांग्रेस ने विधानसभा घेराव के नाम पर अपने उत्साह का प्रदर्शन किया है। तो कांग्रेस ने जीतू पटवारी और उमंग सिंघार के नेतृत्व में घेराव में शामिल सभी दिग्गज कांग्रेसी नेताओं के जरिए यह भी जताने की कोशिश की है कि ‘अब हम सब एक हैं।’ और कमलनाथ का शामिल होना यह भी जता रहा है कि प्रदेश में सभी कांग्रेस नेताओं को जीतू-उमंग के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। तो विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस का फोकस किसान और शिवराज पर ज्यादा रहा बजाय मोहन सरकार पर सीधा हमला करने के। जितेंद्र सिंह के भाषण पर गौर करें तो उन्होंने प्रदेश में लूट, खसोट,अत्याचार, कर्ज, क्राईम और करप्शन का हवाला देते हुए सीधा हमला बोला कि विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को झूठे सब्जबाग दिखाए। अपने संकल्प पत्र में किसानों को भ्रमित कर धान का 3100 रूपये और गेहूं का 2700 रुपए समर्थन मूल्य देने का वादा करके सरकार बना ली, लेकिन किसानों से किये वादों से पूरी तरह मुकर गई। प्रदेश में पिछले 20 सालों भाजपा सत्ता में है, तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के साथ हमेशा धोखा किया है। अपने आप को किसान पुत्र बताने वाले शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से वादा किया था कि वह उनकी आय दोगुनी करेंगे और खेती को लाभ का धंधा बनाएंगे। ना तो उनकी आय दोगुनी हुई और ना ही खेती लाभ का धंधा बनी, उल्टे किसानों पर कर्ज का बोझ लाद दिया गया। किसानों को ना तो धान का 3100 रूपये और ना ही गेहूं का 2700 रुपए समर्थन दिया, किसान हमेशा ठगा ही गया। खाद, बीज, बिजली के संकट से जूझते किसानों को अपनी फसल के औने-पौने दाम मिले। इससे किसान आत्महत्या करने के लिए बेबस हुआ और पिछले 4 साल में हजारों किसानों ने आत्महत्या कर ली।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि देश और प्रदेश में आज लोकतंत्र खतरे में है। भाजपा तानाशाह रवैया अपनाकर लोकतंत्र प्रणाली पर प्रहार कर रही है।यहां प्रदेश की जगह केंद्र पर फोकस था। पवन खेड़ा ने विधानसभा घेराव में उमड़े कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुये कहा कि भाजपा विश्व का सबसे अधिक झूठ बोलने वाला राजनैतिक दल है जो झूठ बोलती है तो आवाज भारी रखती है और फिर अगले झूठ बोलने की तैयारी रखती है। यानि मोहन सरकार की जगह भाजपा टारगेट थी। जीतू पटवारी ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी ने जातिगत जनगणना की बात की है जो देश की आवश्यकता है। हम जातिगत जनगणना कराने का समर्थन करते हैं। पटवारी ने कहा कि युवाओं को नौकरी देने का वादा करने वाली तत्कालीन शिवराज सरकार और वर्तमान मोहन यादव सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। भाजपा सरकार ने अपने संकल्प पत्र में से एक भी वादा पूरा नहीं किया। प्रदेश में तरह-तरह के माफिया हावी हो गये हैं। शिक्षा माफिया, चिकित्सा माफिया, भू-माफिया, रेत-माफिया, खनिज-माफिया, पेपर-लीक माफिया। प्रदेश में माफियाओं की सरकार चल रही है। पटवारी का फोकस भी जातिगत जनगणना थी। बाकी सब इसके साथ था।तो अलका लांबा ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों पर बढ़ते अपराध से प्रदेश की बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है। उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश अपराधियों की शरणस्थली बन गया है। अपराधी बेखौफ होकर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। प्रदेश की कानून-व्यवस्था पूरी तरह दिवालिया हो चुकी है।

तो कांग्रेस ने मुकेश मल्होत्रा की जीत या रामनिवास रावत की हार का जश्न विधानसभा घेराव कर मना लिया। तो सरकार पर निशाना साधने की आड़ में शिवराज पर खुलकर प्रहार कर डाला। और यह भी बता दिया कि कांग्रेस की तस्वीर साफ है कि जीतू-उमंग का नेतृत्व सभी कांग्रेस दिग्गजों को स्वीकार है। नाथ खेमा भी खुशहाल है और कांग्रेस की एकता अब यह बता रही है कि तब तक सब ठीक ठाक रहा तो अगला विधानसभा चुनाव हम सब मिलकर लड़ेंगे…।