लोकसभा चुनाव में नेताओं के काम काज की समीक्षा को लेकर तैयार हो रही 3 रिपोर्ट
भोपाल: लोकसभा चुनाव में किस नेता ने कितना काम काज किया, इसे लेकर केंद्रीय और प्रदेश संगठन की तीन रिपोर्ट तैयार हो रही है।
खास बात यह है कि इस बार एक रिपोर्ट एक निजी एजेंसी तैयार कर रही है। प्रदेश के बड़े नेताओं से लेकर लोकसभा चुनाव में जिनका टिकट कटा वे, प्रदेश सरकार के मंत्री एवं संगठन के प्रमुख नेता को इस एजेंसी और संगठन ने सर्विलांस पर रखा है। यह रिपोर्ट चार जून से पहले दिल्ली पहुंच जाएगी, लेकिन इस पर मंथन मतगणना होने के बाद होगी। ऐसा माना जा रहा है कि इन तीनों रिपोर्ट के बाद भाजपा संगठन और प्रदेश सरकार में शामिल कई नेताओं की मुश्किल बढ़ सकती है।
सूत्रों की मानी जाए तो भाजपा का केंद्रीय संगठन दो रिपोर्ट तैयार करवा रहा है। एक रिपोर्ट निजी एजेंसी के जरिए तैयार हो रही है।
जबकि दूसरी रिपोर्ट संगठन के दूसरे प्रांतों से भेजे गए नेता तैयार कर रहे हैं। वहीं प्रदेश संगठन भी अपने संगठन के जरिए एक रिपोर्ट तैयार करवा रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण रिपोर्ट जिस पर एक्शन होने की संभावना है, वह निजी एजेंसी की मानी जा रही है।
बताया जाता है कि तीन चरणों के चुनाव की रिपोर्ट तैयार हो चुकी है, जबकि चौथे चरण की आठ सीटों की रिपोर्ट अभी तैयार हो रही है।
इन तीनों रिपोर्ट में सभी 29 सीटों पर विस्तार से जानकारी रहेंगी। साथ ही हर लोकसभा सीट के साथ ही विधानसभा क्षेत्र वार किसने कितना काम किया इसकी जानकारी का संग्रहण रहेगा। हालांकि केंद्रीय संगठन सिर्फ प्रदेश और लोकसभा एवं विधानसभा क्षेत्र के बढ़े नेताओं की ही रिपोर्ट तैयार करवा रहा है। जबकि प्रदेश संगठन निचले स्तर पर स्थानीय नेताओं के भी कामकाज की इसमें समीक्षा कर रहा है।
जिनके टिकट कटे उन पर नजर
बताया जाता है कि केंद्रीय संगठन जो रिपोर्ट तैयार करवा रहा है उसमें जिन सांसदों के टिकट काटे गए उनकी भूमिका के साथ ही प्रदेश सरकार के मंत्री जिस लोकसभा या विधान सभा क्षेत्र के हैं, उसमें उनका काम-काज कैसा रहा, इस पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। भाजपा ने इस बार ग्वालियर, गुना, विदिशा, भोपाल, सागर, बालाघाट, धार और झाबुआ सीट से सांसदों के टिकट काटे हैं। इसके चलते ग्वालियर में विवेक शेजवलकर, गुना से केपी यादव, विदिशा से रमाकांत भार्गव, भोपाल से प्रभा ठाकुर, सागर से राज बहादुर सिंह, बालाघाट से ढाल सिंह बिसेन, झाबुआ से गुमान सिंह डामोर और धार से छतर सिंह दरबार का टिकट काटा है। इन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में कितनी सक्रियता से काम किया, इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार हो रही है।
*मंत्री भी सर्विलांस पर*
प्रदेश सरकार के मंत्रियों के चुनाव क्षेत्र में किए गए काम-काम की समीक्षा हो रही है। कुछ मंत्रियों को उनके क्षेत्र के अलावा भी जिम्मेदारी दी गई थी, ऐसे सभ मंत्रियों की संगठन द्वारा दी गई जिम्मेदारी के साथ ही उनके क्षेत्र में उन्होंने चुनाव में कितनी सक्रियता के साथ भूमिका निभाई इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।