गुना में 20 घंटे टापू पर फंसे रहे तीन ग्रामीण,SDERF ने किया रेस्क्यू

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गुना में 20 घंटे टापू पर फंसे रहे तीन ग्रामीण,SDERF ने किया रेस्क्यू

मध्यप्रदेश में भारी बारिश के बीच मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

गुना में पिछले 3 दिन से लगातार बारिशहो रही है। 24 घंटों में 7 इंच से ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई है। जगह जगह लोग बाड में फंसे है। बमोरी इलाके के पीपल्या गांव में रविवार को भैंस चराने गए 3 ग्रामीण टापू पर फंस गए। अचानक पानी बढ़ने से वह चारों तरफ से घिर गए। लगभग 20 घंटों तक वह टापू पर फंसे रहे।

प्रशासन और SDERF की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी, लेकिन रविवार को अंधेरा हो जाने और पानी ज्यादा होने से रेस्क्यू नहीं हो पाया। प्रशासन ने उन्हें एयरलिफ्ट करने के लिए गृह विभाग को मदद के लिए पत्र भी भेज दिया था। सोमवार सुबह पानी थोड़ा कम हुआ तो SDERF ने अपनी बोट उतार दी। ग्रामीण एक किमी अंदर फंसे हुए थे। टीम किसी तरह ग्रामीणों तक पहुंची और उन्हें रेस्क्यू किया। बमोरी तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा ने रेस्क्यू ऑपेरशन की आपबीती सुनाई…

“बमोरी इलाके की परवाह ग्राम पंचायत के पीपल्या गांव के निवासी सीताराम मीना, हरगोविंद मीना और हंसराज मीना रविवार को भैंस चराने के लिए गए हुए थे। बारिश लगातार जारी थी। इसी बीच पार्वती नदी का बहाव बढनेलगा। जिस टापू पर यह मवेशी चरा रहे थे, वह पानी से घिरने लगा।

अचानक चारों तरफ पानी बढ़ने लगा और देखते ही देखते ये सभी चारों तरफ से पानी से घिर गए। किसी भी तरह इनका निकलना संभव नहीं हो सका। शाम को ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना दी।

बमुश्किल प्रशासन की टीम, SDERF की टीम मौके पर पहुंची। क्योंकि चारों तरफ से रास्ते बंद थे और बारिश भी लगातार हो रही थी। ऐसे में प्रशासन ने एक रिस्क लेते हुए वहां पहुंचने की कोशिश की और इसमे हम सफल हुए। वहां पहुंचकर इन्हें रेस्क्यू करने के प्रयास शुरू किए गए, लेकिन पानी ज्यादा था और शाम भी हो चली थी।

अंधेरा बढ़ने लगा था। ग्रामीण एक किमी अंदर फंसे हुए थे। अंधेरे के कारण रेस्क्यू करने में समस्या हो रही थी। बोट अंदर नहीं जा पा रही थी। रात में यह निर्णय लिया गया कि इन्हें एयरलिफ्ट कराया जाए। तत्काल एयरलिफ्ट के लिए डिमांड गृह विभाग को भेज दी गयी। सुबह के लिए हेलीकॉप्टर की डिमांड हमने की।

रात भर अधिकारी और टीम वहीं डटी रही। सुबह 5 बजे से फिर प्रयास शुरू हुए। पानी थोड़ा कम हो गया था। सोच हेलीकॉप्टर तो आएगा ही, तब तक एक बार बोट ले जाने की कोशिश की जाए। SDERF की टीम ने वोट उतारी और वह ग्रामीणों तक पहुंच गए। तीनों ग्रामीणों को टीम ने सकुशल रेस्क्यू कर लिया।”

उधर जैसे ही ग्रामीणों के फंसे होने की जानकारी जिला पंचायत सदस्य महेंद्र किरार को लगी, वह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बताया को रात को लगभग 11 बजे उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को जानकारी दी। सिंधिया ने भी रात में ही प्रशासन को निर्देश दिए। रात भर सभी लोग वहां डटे रहे। उधर भोपाल में हेलीकॉप्टर भी तैयार खड़ा था। SDERF की टीम ने सुबह ग्रामीणों को रेस्क्यू कर लिया।

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