अपराधिक गतिविधियों को रोकने, ट्रेन कोच के दरवाजों पर लगाएं जाएंगे कैमरे

ये अपराधियों का मास्क लगा चेहरा भी पहचान सकेंगे

190

अपराधिक गतिविधियों को रोकने, ट्रेन कोच के दरवाजों पर लगाएं जाएंगे कैमरे

भोपाल। ट्रेनों में अपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए अब हमारी ट्रेनें भी अब एयरपोर्ट की तरह हाईटेक होने जा रही हैं। इससे ट्रेन में अपराधियों के आवागमन पर शिकंजा कसेगा। दरअसल रेलवे ने 44 हजार डिब्बों में चेहरा पहचानने वाले सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए टेंडर निकाला है। इसके तहत सेंट्रल रेलवे, प. रेलवे, पूर्वी रेलवे व दर्जनभर अन्य रेलमार्गों पर चलने वाली गाड़ियों में कैमरे लगाए जाएंगे। 38 हजार से अधिक कोच में 8 कैमरे लगेंगे जबकि 2700 कोच में 5, दो हजार कोच में 4 और 960 कोच में 6 कैमरे लगेंगे।

Ñ0 मास्क लगा फेस भी पहचानेंगे
टेंडर की शर्तों के मुताबिक, इन कैमरों में इमेज क्रॉपिंग टूल होना चाहिए। ताकि सनग्लास, स्कार्फ व चेहरा आधा ढंका होने पर भी पहचान हो पाए। फेस रिकॉग्निशन कैमरों में कैप्चर इमेज रियल टाइम पर अपराधियों के डेटाबेस से जोड़ेंगे। ताकि मिलान कर रियल टाइम ट्रैकिंग हो। फेस मास्क लगा हो तो भी फेस की 95 प्रतिशत तक सही पहचान होगी।