वरिष्ठ पत्रकार कौशल किशोर चतुर्वेदी की विशेष रिपोर्ट
शनिवार की सुबह कुछ बदली-बदली सी होगी। सूरज के मिजाज कुछ जुदा-जुदा होंगे। चार उपचुनावी क्षेत्रों में सड़कों पर सुबह से ही चहलकदमी कुछ ज्यादा दिखेगी। घर के आसपास के मतदान केंद्रों पर भीड़ भी ज्यादा दिखेगी। पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स ड्यूटी पर तैनात दिखेंगे।
पार्टियों के झंडे, बैनर भी मतदान केंद्र के आसपास छोड़कर कुछ दूरी पर देखने को मिलेंगे, पर आज मतदाताओं की तरह पूरी तरह मौन। पार्टी प्रत्याशियों के दिल की धड़कनें कुछ अनसुना सा गीत गुनगुनाएंगीं। खंडवा संसदीय उपचुनाव, रैगांव, पृथ्वीपुर और जोबट विधानसभा उपचुनाव क्षेत्र में शायद यही नजारा देखने को मिलेगा।सूरज का दीदार कर तालाबों में कमल भी खिलेंगे और हाथ के पंजे भी हर दिन की तरह रोज के कामकाज निपटाने को आतुर रहेंगे। देश के दिल और शांति के टापू मध्यप्रदेश में आज लोकतंत्र के सम्मान का दिन है।
भाजपा की मानें तो “हर मतदान पर बीस नौजवान” पूर्ण समर्पण के साथ मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लेे जाएंगे ताकि वह अपने अधिकार का प्रयोग कर सकें और कमल खिलाने में सहयोग दे सकें तो कांग्रेस भी पूरी तैयारी के साथ अपने खेमे का मतदान कराने का पुरजोर प्रयास करेगी ताकि हाथ का पंजा मजबूत कर विपक्ष की ताकत का लोहा मनवा सकें।
लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों में जहां प्रत्याशी अपने-अपने दल का चेहरा होंगे तो प्रदेश में शिव-विष्णु और नाथ ही सबसे बड़ा चेहरा हैं, जिन्होंने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंककर अपने-अपने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। तो आज मध्यप्रदेश में लोकतंत्र के सम्मान का भी दिन है और शिव-विष्णु और नाथ के इम्तहान का भी दिन है।
सुबह से देर शाम तक चार उपचुनावों की ग्यारह विधानसभाओं में मतदान की प्रक्रिया चलती रहेगी और उम्मीदवार मतदान केंद्रों पर पहुंचकर यह आंकने की कोशिश करते रहेंगे कि बाजी किस करवट बैठने का मन बना रही है। देर रात थक हारकर भी समर्थकों के साथ ईवीएम मशीनों के सुरक्षित पहुंचने तक चौकीदार की भूमिका में रहेंगे राजनैतिक दलों के जिम्मेदार और जीत के दावेदार। आगामी दो दिन तक चौकसी रखी जाएगी ताकि ईवीएम में सेंध लगाने की साजिश न हो सके। परिंदा भी पर न मार सके ईवीएम मशीनों के इर्द-गिर्द।
अब कड़ी मेहनत के बाद मतदान के एक दिन पहले शिव-विष्णु और नाथ ने क्या किया और क्या कहा, आइए एक नजर डालते हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने शुक्रवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में उपचुनाव प्रबंध समिति की बैठक को संबोधित किया।
समिति के संयोजक भूपेन्द्र सिंह ने समिति के कार्यो के बारे में जानकारी दी।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसके बाद राजनगर के गांव धमना पहुंचे।कुम्हार जाति के लोगों से शिव ने संवाद किया। मिट्टी के दिये व खिलौनो का अवलोकन किया। धमना गांव के नोनेलाल प्रजापति के घर पहुंचकर चाक पर दिया बनाकर कहीं न कहीं यह संदेश दिया कि मामा सबके साथ और सबके जैसे ही हैं। साथ में यह भी भरोसा दिलाया कि मामा के रहते विकास भी होगा और किसी को कोई दिक्कत भी नहीं होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शाम को राजधानी में शिवाजी नगर स्थित महिला हाकर्स कार्नर में आयोजित सोन चिरैया आजीविका उत्सव में भी पहुँचे।
तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा में भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना को लागू करने को एक क्रांतिकारी निर्णय बताया।कहा ति इस योजना से गरीब के स्वयं के घर का सपना पूरा होगा।
यह भी साझा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 नवम्बर को केदारनाथ पहुंचकर भगवान केदारनाथ दर्शन करेंगे और कई विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश के संगठनात्मक जिलों के 2 शिवालयों में कार्यक्रम आयोजित करेगी।
शिवालयों में होने वाले कार्यक्रमों में पार्टी के जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे। महाकालेश्वर, खजुराहो के मतंगेश्वर एवं ओकांरेश्वर सहित प्रदेश के अन्य प्रमुख शिव मंदिरों में यह कार्यक्रम होगा। शाम तक विष्णुदत्त शर्मा ने प्रदेश के उपचुनाव वाले लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं से लोकतंत्र की मजबूती के लिए अधिक से अधिक मतदान करने की अपील भी की।
तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया कि आज बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन, पूजन-अर्चना का सौभाग्य प्राप्त हुआ। बाबा केदारनाथ से देशवासियों-प्रदेशवासियों की ख़ुशहाली, समृद्धि, कल्याण व प्रगति की कामना की।
तो कमलनाथ ने खाद के मामले में सरकार से पिछले तीन वर्ष की स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग भी की। ताकि कांग्रेस के 15 माह और भाजपा सरकार के समय की स्थिति सबके सामने आ जाए। दोपहर बाद नाथ केदार बाबा के दर्शन कर वापस राजधानी पहुंच गए ताकि मतदान के दिन कांग्रेस पल-पल की गतिविधियों पर नजर रख सके।
खैर यह तो रही दिन भर की शिव-विष्णु और नाथ की व्यस्तताएं, लेकिन सभी की नजर इस बात पर जरूर टिकी रही कि निर्वाचन क्षेत्रों में क्या पक रहा है? क्या गहमागहमी चल रही है और शनिवार के दिन किस तरह की व्यवस्थाएं पार्टी के अनुकूल रहेंगी ताकि बेस्ट परफार्म कर सके पार्टी और प्रत्याशी।
संगठन अपना काम करते रहे तो सरकार भी अपने कामों में मशगूल रही। पर पिछले कई दिनों की दिन-रात मेहनत के बाद शुक्रवार का दिन शिव-विष्णु और नाथ के लिए गुरुवार की तुलना में ज्यादा सुकून भरा रहा। अब शनिवार का दिन लोकतंत्र के प्रहरी मतदाताओं का है। लोकतंत्र के सम्मान का है।
शिव-विष्णु और नाथ के इम्तहान का है। मतदाता ने क्या मन बना रखा है? किस तरह के मुद्दे उसके दिमाग में कौंध रहे हैं? कौन उम्मीदवार उसे सुदर्शन नजर आ रहा है और किस दल के साथ उसका मन जा रहा है? जातिगत, सामाजिक समीकरण क्या बन रहे हैं? वगैरह वगैरह के साथ ही मतदान और ईवीएम मशीन को लेकर क्या शोरगुल सुनाई देता है?
शनिवार का दिन सबका साक्षी बनेगा। खबरें आती रहेंगीं और राजनैतिक दलों के प्रवक्ता उनकी चीरफाड़ अपने-अपने एजेंडा और एंगल से करते रहेंगे और अपनी-अपनी जीत के दावे करते रहेंगे। तो आइए आज पल-पल की खबरों पर नजर रखते हुए लोकतंत्र के इस पर्व को उल्लास और उत्साह के साथ एंजॉय करते हैं और फिर मिलते हैं ब्रेक के बाद।