Tomar Barefoot : सड़क नहीं बनी तो मंत्री ने चप्पल-जूते त्यागे!
Gwalior : प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने अपने विधानसभा क्षेत्र में सड़कें नहीं बनने से नाराज होकर जूते-चप्पल त्याग दिए। सड़कें नहीं बनने पर उन्होंने जनता से माफी भी मांगी। एक रहवासी समस्या सुनाने आया तो मंत्री उसके पैरों में झुक गए। अपने अनोखे अंदाज और ऊल जुलूल हरकतों के लिए पहचाने जाने वाले प्रद्युम्न सिंह तोमर ने इस बार भी अपनी नाकामी को छुपाने के लिए यह नया तरीका निकाला है। सड़कें नहीं बनने के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई के बजाए उन्होंने जूते-चप्पल त्याग दिए।
ग्वालियर में सड़कें नहीं बनने से नाराज सिंधिया समर्थक ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जूते-चप्पल पहनने छोड़ दिए। उन्होंने सड़कें न बनवा पाने पर शहर की जनता से माफी भी मांगी। तोमर ने कहा कि जब तक लक्ष्मण तलैया, गेंडेवाली सड़क और जेएएच की रोड चलने लायक नहीं बन जाएंगी, तब तक जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे।
विधानसभा क्षेत्र की तीन सड़कों का निर्माण नहीं होने के कारण यह कदम उठाया। जूते-चप्पल छोड़ने के बाद उन्होंने नंगे पैर ही क्षेत्र की सड़कों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण करने पहुंचे तोमर
ऊर्जा मंत्री ने सबसे पहले लक्ष्मण तलैया से शब्द प्रताप आश्रम तक पैदल चलकर रोड का निरीक्षण किया। निर्माण कार्य धीमी गति से चलने पर संबंधित अधिकारियों पर नाराजगी जताई। साथ ही कहा कि सड़क न बनने के कारण आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां से तोमर गेंडेवाली सड़क का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां भी सड़कें खुदी पड़ी थीं।
क्षेत्रीय पार्षद ने ऊर्जा मंत्री तोमर को बताया कि विभिन्न गलियों में अमृत योजना के तहत पेयजल लाइन को डालने के लिए गलियों को खोदा गया था। मरम्मत कार्य न होने से लोगों को निकलने में काफी परेशानी हो रही है। यह सुनकर ऊर्जा मंत्री तोमर ने जूते उतार दिए और नंगे पैर ही निरीक्षण किया। मंत्री ने जेएएच हॉस्पिटल चौराहे से हुजरात पुल तक पैदल निरीक्षण किया।
शहर में सड़कों के हाल ऐसे हो गए कि उन पर पैदल चलना भी मुश्किल है। सड़कों का निर्माण नहीं होने से स्थानीय लोगों में भी आक्रोश है। खराब सड़कों पर आए दिन दुर्घटना हो रही है। इसी को देखते हुए मंत्री ने जूते-चप्पल का त्याग किया है।
शहर में सड़कों के हाल ऐसे हो गए कि उन पर पैदल चलना भी मुश्किल है। सड़कों का निर्माण नहीं होने से स्थानीय लोगों में भी आक्रोश है। खराब सड़कों पर आए दिन दुर्घटना हो रही है। इसी को देखते हुए मंत्री ने जूते-चप्पल का त्याग किया है।
पहले भी हुई राजनीति
इससे पहले सिंधिया समर्थक मुन्नालाल गोयल ने पिंटो पार्क गोला का मंदिर की जर्जर सड़क पर महापौर को 15 दिन का अल्टीमेटम देकर धरना देने की बात कही थी। इसके बाद महापौर डॉ शोभा सिकरवार ने गोयल से कहा था सालों से उनकी सरकार है। उन्होंने सड़कें क्यों नहीं बनवाईं। अब इन्हीं सड़कों को लेकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का दर्द छलका है।