चुनावी साल में प्रशिक्षण महत्वपूर्ण, पूरी तैयारी रखे कलेक्टर- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन

307

चुनावी साल में प्रशिक्षण महत्वपूर्ण, पूरी तैयारी रखे कलेक्टर- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन

भोपाल
मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कलेक्टरों से कहा है कि विधानसभा चुनाव करीब है, ऐसे में चुनाव संबंधी तैयारियों के लिए पुख्ता प्रशिक्षण जरुरी है। सभी कलेक्टर गंभीरता से प्रशिक्षण ले और चुनाव के दौरान की जाने वाली सभी प्रकार की तैयारियों को पुख्ता रखे। तैयारियां सही तरीके से और पूरी होंगी तभी शांतिपूर्ण, पारदर्शी तरीके से चुनाव हो सकेंगे।

प्रशासन अकादमी में आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने दीप प्रज्जवलित कर दो दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। इस प्रशिक्षण में सभी 52 जिलों से कलेक्टर आए हुए है। आज शुरु हुआ प्रशिक्षण कल भी जारी रहेगा। चुनाव आयोग से आए डायरेक्टर इलेक्शन विनय कुमार पांडे ने कलेक्टरों को चुनाव संबंधी विभिन्न कानूनों की जानकारी दी। प्रशिक्षण के लिए यहां चुुनाव आयोग से डायरेक्टर अशोक कुमार,चुनाव आयोग के राष्टÑीय स्तर के मास्टर ट्रेनर व्हायपी सिंह, देवदास दत्ता, शांतनु गौनस, गीता चौबे भी आए हुए है।

प्रशिक्षण के दौरान कलेक्टरों को मतदान बढ़ाने के लिए किस प्रकार स्वीप गतिविधियों का आयोजन किया जाना चाहिए जिससे मतदाता मतदान के लिए घरों से बाहर निकले यह बताया गया। मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन किस तरह किया जाना है। वहां पानी, बिजली की उपलब्धता होना चाहिए। इंटननेट कनेक्टिविटी हो और मतदान केन्द्र तक पहुंचने के लिए सड़क होना चाहिए। मतदान केन्द्र पर कक्ष जर्जर और कच्चे भवन मे नहीं हो। बुजुर्ग, दिव्यांग और महिला मतदाताओं के लिए मतदान कक्षों के बाहर इंतजार करने के लिए प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम भी होना चाहिए। दिव्यांगों के लिए रैंप, व्हील चेयर और अन्य इंतजाम भी किए जाने चाहिए। सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध मतदान केन्द्रों पर किया जाना चाहिए। एमसीएमसी गतिविधियां किस तरह की जाना है यह भी कलेक्टरों को बताया गया।

वल्नरेब्लिटी मैपिंग किस तरह की जाना है। ई रोल मतदान से पहले तैयार हो जाए। इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनें कितनी लगना है। ये कहां से आना है। इनकी फर्स्ट लेवल चैकिंग की जाना है। इसके बाद इन्हें पर्याप्त सुरक्षा के साथ रखा जाना चाहिए। इनके संचालन के लिए अमले को प्रशिक्षण किस तरह दिया जाना है यह भी बताया गया। वीवीपैट का उपयोग किस तरह किया जाना है। ईवीएएम पर किस तरह वोटिंग कराना है। मतदाता के मतदान केन्द्र पर पहुंचने पर उससे किस तरह से गोपनीयता बनाते हुए मतदान कराना है। मतदाता सूची से किस तरह उसका नाम और फोटो का मिलान कर रजिस्टर में दर्ज करना है। उसके हस्ताक्षर और अंगूठे के निशान लेना है। दाए हाथ की तर्जनी पर अमिट स्याही का किस तरह प्रयोग किया जाना है। चुनाव से पहले किस तरह मतदान दलों को मतदान सामग्री लेना है और मतदान केन्द्रों पर कितने दिन पहुंचना है। इसके बाद किस तरह उम्मीदवारों के चुनावी खर्च पर नजर रखना है यह सब कलेक्टरों को बताया गया।