Transfer Of IPS Manoj Kumar Singh:
परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट
मध्यप्रदेश शासन गृह विभाग द्वारा आदेश जारी कर 13 आईपीएस अधिकारियों को इधर से उधर स्थानांतरित कर दिया गया। जिसमें डेढ़ साल पहले भिंड में पदस्थ हुए आईपीएस मनोज कुमार सिंह (IPS Manoj Kumar Singh) को भी बतौर एआईजी पुलिस मुख्यालय भोपाल में पदस्थ किया गया है।
लेकिन भिंड एसपी मनोज कुमार सिंह (IPS Manoj Kumar Singh) के तबादले से हर कोई हतप्रभ है। क्योंकि उन्होंने एक के बाद एक कई बड़ी कार्यवाहियों को अंजाम दिया। उनके नेतृत्व में जहां दूध में मिलावट कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले माफियाओं की कमर तोड़ी गई, तो वहीं नकली शराब बनाने और बेचने वालों पर भी नकेल कसी गई।
यही नहीं अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त करने वालों पर भी लगाम कसी। वैध हथियारों में भी कारतूसों के दुरुपयोग को रोकने के लिए उन्होंने अभिनव पहल करते हुए उन पर बारकोड अंकित करवाए, ताकि एक-एक कारतूस का हिसाब रखा जा सके।
साइबर मामलों में उन्होंने बेहतरीन कार्य करते हुए कई ऐसे अपराधों को ट्रेस कर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जिनमें अपराधी जिला और प्रदेश की सीमा से बाहर बैठे थे और बाहर से ही उन्होंने अपराध को अंजाम दिया।
लेकिन अगर उनका एक भी लिंक भिंड जिले में मिला तो उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचना पड़ा। और यह सब हुआ अपराध की बारीकी से छानबीन करने वाले साइबर एक्सपर्ट आईपीएस मनोज कुमार सिंह की तीक्ष्ण बुद्धि के कारण।
चाहे नाइजीरियाई युवक द्वारा लड़की से रुपए ठगे जाने का मामला हो, या फिर उत्तर प्रदेश में बैठे युवकों द्वारा छत्तीसगढ़ निवासी युवक के साथ ट्रक से सामान ढोने के नाम पर ठगी का मामला हो। उन्होंने मामले की तह तक पहुंच कर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
उन्होंने जिले में मिलावटी दूध का काला कारोबार कर रहे माफियाओं पर भी शिकंजा कसते हुए कई बड़ी कार्यवाहियों को अंजाम देकर लोगों को धीमे जहर से बचाने का काम किया। वहीं जिले में नकली शराब बनाकर लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाले शराब माफियाओं को भी उन्होंने नेस्तनाबूद करने का काम किया।
हाल ही में पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह (IPS Manoj Kumar Singh) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए अमेरिकन मल्टीनेशनल ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया जिसमें अमेजन के प्लेटफार्म के जरिए गांजा सप्लाई करने वाले रैकेट का उन्होंने भांडा फोड़ किया।
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उन्होंने मामले में अमेजॉन के कार्यकारी निदेशकों के ऊपर भी एफ आई आर दर्ज की थी। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने भी उनकी कार्यवाही की सराहना करते हुए एसपी मनोज कुमार सिंह की प्रशंसा की थी और कहा था कि जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन दोषियों को सजा कब मिलेगी उसका तो पता नहीं। परंतु आईपीएस मनोज कुमार सिंह को जो इनाम दिया गया है उससे सभी हतप्रभ हैं।
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जब मल्टीनेशनल कंपनी पर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह द्वारा कार्रवाई की गई थी तभी कयास लगाए जा रहे थे कि मल्टीनेशनल कंपनी के दबाव में सरकार भी झुक सकती है । और ऐसा लगता है कि वही हुआ। इसके पहले की जांच आगे बढ़ती, गृह विभाग द्वारा आदेश जारी कर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह का तबादला कर उन्हें पुलिस मुख्यालय पहुंचा दिया गया।
माना कि तबादला एक रूटीन प्रक्रिया है। लेकिन ऐसे समय में जब पुलिस अधीक्षक द्वारा मल्टीनेशनल कंपनी के प्लेटफार्म के जरिए की जा रही है नशे की तस्करी का खुलासा करते हुए कंपनी के खिलाफ भी कार्यवाही को अंजाम दिया। और उसकी जांच को आगे बढ़ाया जा रहा था, उसी समय एकाएक तबादला आदेश जारी कर पुलिस अधीक्षक का स्थानांतरण करने से सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।