IPS अफसरों का फिर अटका तबादला आदेश ,लंबा होता इंतजार

इंदौर पुलिस कमिश्नर का पद भरा, लेकिन नहीं भरा सका सवा महीने से खाली ग्वालियर ADG का पद, इंदौर जोन में हुए 3 IG , उज्जैन,भोपाल जोन में 2-2 कर रहे काम

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VRS of 96 Batch IPS Officer Accepted

IPS अफसरों का फिर अटका तबादला आदेश ,लंबा होता इंतजार

भोपाल: तीन IPS अफसरों के तबादला आदेश निकाल कर बाकी के आईपीएस अफसरों की तबादला और पदोन्नति के बाद नई पोस्टिंग वाला आदेश फिर अटक गया है। इंदौर पुलिस कमिश्नर का पद खाली होते ही इस पद पर पोस्टिंग कर दी गई, लेकिन ग्वालियर एडीजी का पद करीब सवा महीने से खाली है, इस पद पर अब तक किसी की पोस्टिंग नहीं की गई। वहीं पदोन्नति के बाद तबादला आदेश नहीं करने के चलते इंदौर देहात, उज्जैन और भोपाल पुलिस जोन में एक से अधिक आईजी रेंक के अफसर काम कर रहे हैं। यहीं स्थिति एसएएपु में भी बनी है। गौरतलब है कि रविवार को आईपीएस डीपी गुप्ता को परिवहन आयुक्त बनाया गया है, वहीं इंदौर देहात एडीजी राकेश गुप्ता को इंदौर का पुलिस कमिश्नर और आईजी इंटेलीजेंस अनुराग को इंदौर देहात रेंज का आईजी बनाया गया है।

पुलिस जोन एक, एक ही रेंक के कई अफसर एक दूसरे के अंडर में कर रहे काम

जबकि अभी प्रदेश में ऐसे कई अफसर हैं जो पदोन्नति तो हो गए हैं, लेकिन पदोन्नति के बाद उन्हें उस पद पर पोस्टिंग नहीं मिल सकी है। इसके चलते अब इंदौर देहात जोन की स्थिति यह हो गई है कि यहां पर पूरे जोन की कमान आईजी अनुराग के हाथों में है, जबकि खरगौन डीआईजी रेंज का काम आईजी रेंक के अफसर चंद्रशेखर सोलंकी के जिम्मे हैं। सोलंकी को डीआईजी से पदोन्नत हुए एक महीने से ज्यादा का वक्त हो चला है। इसी तरह राजेश हिंगणकर भी आईजी हो चुके हैं। लेकिन वे इंदौर ग्रामीण डीआईजी का काम देख रहे हैं। वहीं उज्जैन पुलिस जोन के आईजी संतोष कुमार सिंह हैं, जबकि उज्जैन डीआईजी रेंज का काम अनिल कुमार कुशवाह के जिम्मे हैं। वे आईजी बन चुके हैं, लेकिन उनकी आईजी रेंक वाली पोस्ट पर अब तक तैनाती नहीं हो सकी है। भोपाल पुलिस कमिश्नर में भी दो आईजी रेंक के अफसर हो गए हैं। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा आईजी रेंक के अफसर हैं, वहीं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अनुराग शर्मा भी अब डीआईजी से पदोन्नत होकर आईजी बन चुके हैं, उन्हें भी पदोन्नति के बाद पोस्टिंग का इंतजार है। छतरपुर में ललित शाक्यवार डीआईजी के रूप में पदस्थ हैं, वहीं छतरपुर एसपी अमित सांघी भी अब डीआईजी हो चुके हैं।

एसएएफ में भी यही स्थिति
इधर एसएएफ में भी ऐसी ही स्थिति आ गई है, जहां पर एक ही रेंज में दो-दो डीआईजी काम कर रहे हैं। सेंट्रल रेंज के डीआईजी नवनीत भसीन हैं, जबकि सातवीं बटालियन के कमाडेंट अतुल सिंह अब डीआईजी हो चुके हैं।

पिछले साल 87 दिन बाद निकले थे आदेश
पिछले साल यानि वर्ष 2023 जनवरी में हुए आईपीएस अफसरों की पदोन्नति के बाद वे 87 दिन तक अपने पुराने पद पर ही काम करते थे। 28 मार्च को जाकर इन सभी के तबादला आदेश जारी हुए थे। तब इन्हें मूल पद पर पोस्टिंग मिल सकी थी। अब भी आईपीएस अफसरों के तबादला आदेश जारी होने का मामला अटका हुआ है। बुधवार से विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है, ऐसे में अब तबादले विधानसभा सत्र के बाद होने की संभावना है। विधानसभा सत्र समाप्त होने के कुछ दिन बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी।