Will Be Shifted From Tihar Jail To Mandoli Jail; ठग सुकेश चंद्रशेखर और उसकी पत्नी को मंडोली जेल किया जाएगा शिफ्ट
मनी लांड्रिंग और लोगों को ठगने वाला सुकेश चंद्रशेखर और उसकी पत्नी को तिहाड़ जेल से मंडोली जेल शिफ्ट किया जाएगा. यह आदेश मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका पर दिया है.
रंगदारी वसूलने वाले सुकेश चंद्रशेखर ने विभिन्न प्रकार के अपराध किये हैं. वह कभी मंत्री का बेटा बनकर तो कभी मुख्यमंत्री का पोता बनकर, कभी सुप्रीम कोर्ट का जज बन कर तो कभी कानून मंत्री का पीए बनकर अपराध करता रहा. सुकेश चंद्रशेखर पर किसी एक जिले में मुकदमे दर्ज नहीं हैं, बल्कि बैंगलोर से मुंबई होते हुए दिल्ली तक इसके अपराधों की लंबी सूची है.
सुकेश के आपराधिक रिकॉर्ड के मुताबिक उस पर पहला मुकदमा साल 2007 मे दर्ज हुआ था. बैंगलोर में दर्ज इस एफआईआर के मुताबिक उसने एक व्यवसायी को बैंगलोर विकास प्राधिकरण के जरिए जमीन दिलाने के नाम पर एक करोड़ 15 लाख रुपये की ठगी की थी.
याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गयी थी जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को मंडोली शिफ्ट करने का आदेश दिया है. न्यायमूर्ति एसआर भट और न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है. चंद्रशेखर धन शोधन और कई लोगों को ठगने के आरोप में जेल के अंदर बंद है.
एक सप्ताह के अंदर मंडोली जेल में ट्रांसफर किया जाए- SC
सुनवाई करने वाली पीठ ने कहा, ‘रिकॉर्ड में उपलब्ध कराए गए तथ्यों के आधार और 17 जून 2022 को दिए गए आदेश पर विचार करते हुए इस अदालत का मानना है कि 23 जून 2022 को प्रतिवादी द्वारा दिए गए बयान के आधार पर याचिकाकर्ताओं को मंडोली जेल में स्थानांतरित किया जाए.” सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि “याचिकाकर्ताओं को एक सप्ताह के अंदर मंडोली जेल में ट्रांसफर कर दिया जाए. मौखिक रुप कहा कि ”यह आदेश दोनों के लिए है.”
बता दें कि फिलहाल तिहाड़ जेल के अंदर किसी प्रकार की सजा भुगतने के बजाए ठग सुकेश चंद्रशेखर के ऐश करने की खबरें सामने आई थीं.
चंद्रशेखर को ऐशोआराम उपलब्ध कराने के मामले में ईओडब्लू ने जांच भी की है. ईओडब्लू ने तिहाड़ जेल के 82 कर्मियों के खिलाफ सुकेश चंद्रशेखर को मदद दी जाने को लेकर मामला दर्ज किया था.
EOW ने दावा करते हुए सभी को चौंका दिया था कि ऐशोआराम के सामान उपलब्ध कराने के लिए सुकेश चंद्रशेखर ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों और कर्मचारियों को तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपये दिए थे.
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2007 में दर्ज हुआ था पहला मुकदमा
अपराधों की सूची के अनुसार सुकेश चंद्रशेखर लोगों को धोखा देने के लिए कभी खुद को आईएएस अफसर बता देता था. कभी सीएम ऑफिस का ज्वाइंट सेक्रेटरी बताता था. कर्नाटक सरकार में टेंडर दिलाने के लिए उसने 63 हजार की धोखाधड़ी भी की. आईएएस अफसर बनकर केनरा बैंक को वैडिंग मशीन दिलाने के नाम पर 19 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया.
यहां तक कि उसने एक बार मुंबई हाईकोर्ट में तैनात रिसीवर को खुद का परिचय केंद्रीय कानून मंत्री के निजी सचिव के तौर पर देते हुए एक निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने की कोशिश भी की. सुकेश के जाल में नेता से लेकर बॉलीवुड तक की मशहूर अभिनेत्रियां भी फंसी.
यहां तक कि उसने एक राजनैतिक पार्टी के नेता से उसका पंसदीदा चुनाव चिन्ह दिलाने के नाम पर करोड़ों की उगाही कर ली. सरकारी रिपोर्ट को मानें तो दिल्ली की तिहाड़ जेल मे बैठकर वह अपनी जेल की कोठरी में बेरोकटोक मशहूर टीवी एक्ट्रेस को भी बुला लेता है.
यह हैं ठगी के प्रमुख मामले
- साल 2009 मे बैंगलोर में खुद को मंत्री कन्नाकरन रेड्डी का बेटा बताकर 3 लाख 72 हजार की धोखाधड़ी की. अपनी सुरक्षा के लिए एक गनमैन लिया. गनमैन को बताया कि मंत्री का बेटा हूं. सैलरी तय हुई 30 हजार, दिए 10 हजार, बाद में पुलिस ने 20 हजार की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया.
- साल 2010 में कानन नाम के शख्स ने एफआईआर दर्ज कराई कि सुकेश ने खुद को सीएम का पोता बताकर 2 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है.
- 2010 में ही जोसेफ अलेक्जेडर ने शिकायत की सुकेश ने खुद को सीएम का पोता बताकर लग्जरी गाड़ी दिलाने के नाम पर 6 लाख की धोखाधड़ी की है.
- 2015 में एक कंपनी बनाकर आम जनता से 19 करोड़ रुपये की ठगी की.
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