35 ट्रेवल्स एजेंसियों को नोटिस देकर भूला परिवहन विभाग, एक साल बाद भी नहीं हुआ एक्शन

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35 ट्रेवल्स एजेंसियों को नोटिस देकर भूला परिवहन विभाग, एक साल बाद भी नहीं हुआ एक्शन

भोपाल। राजधानी में मुख्य सड़कों को घेरकर अवैध ढंग से रखे जाने वाले ट्रेवल्स एजेंसियों के वाहनों को लेकर परिवहन विभाग ने करीब 35 ट्रेवल्स एजेंसियों को दिए गए नोटिस पर अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। ट्रेवल्स एजेंसियों को करीब एक साल पहले ये नोटिस जारी किए गए थे। सभी ट्रेवल्स एजेंसियों को जगह की व्यवस्था करने के लिए अल्टीमेटम भी दिया था, लेकिन इसके बाद विभाग नोटिस जारी कर भूल गया। शहर में सार्वजनिक स्थानों पर ट्रेवल्स एजेंसियों के वाहनों का कब्जा देखा जा सकता है। इस समस्या के कारण शहर के प्रमुख स्थानों पर वाहन खड़े होने के कारण आए दिन जाम के हालात बनते हैं। यहां से गुजरने वाले हजारों वाहन चालक परेशान होते हैं। इस संबंध में सड़क सुरक्षा समिति में भी नगर निगम प्रशासन की ओर से सवाल खड़े किए गए थे। पीक आवर्स में सड़क पर खड़े दर्जनों वाहन लोगों की मुसीबत उठानी पड़ती है।

आधे से ज्यादा एजेंसी संचालकों को दिया गया था नोटिस
दरअसल, राजधानी में करीब 100 से ज्यादा रजिस्टर्ड ट्रेवल्स एजेंसियां हैं। इनमें से आधे से ज्यादा एजेंसियों के पास पार्किंग के लिए जगह नहीं है। ऐसे में परिवहन विभाग ने ऐसी सभी ट्रेवल्स को नोटिस जारी कर जबाव मांगा था। नोटिस में कहा गया था कि या तो इन एजेंसियों को अलग पार्किंग की व्यवस्था करनी होगी, अन्यथा उनका रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाएगा। लेकिन यह मामला ठंडे बस्ते में चले गया। विभागीय सूत्रों की मानें तो यह कार्यवाही करीब एक साल पहले तत्कालीन आरटीओ संजय तिवारी ने शुरू की थी, लेकिन अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

एजेंसियों के पास नहीं है पार्किंग स्पेस, हो रही अवैध पार्किंग
बताया जा रहा है कि शहर में दर्जन सेकेंड हैंड कार विक्रेता बिना अनुमति से कार बेचने और खरीदने का काम कर रहे हैं। इनके पास न तो गाड़ियों को रखने की कोई उचित व्यवस्था है और न ही वैध पार्किंग। पार्किंग स्पेस नहीं होने के कारण ये लोग सड़क किनारे ही अपनी दुकानें सजाकर व्यापार कर रहे हैं। ऐसे में एक तो ये लोग शासन को राजस्व की हानि पहुंचा रहे हैं। वहीं, सड़क पर अवैध पार्किंग होने के कारण आवाजाही करने वाले वाहन चालकों को भी जाम की समस्या से हमेशा रूबरू होना पड़ता है।