ओंकारेश्वर से जयप्रकाश पुरोहित की रिपोर्ट
ओंकारेश्वर: समीपस्थ ग्राम कोठी में परम शक्ति पीठ द्वारा संचालित शाला के कन्या छात्रावास में रहने वाली कुछ बच्चियां बिना बताए ओमकारेश्वर बांध की नहर में स्नान करने गई थी।
स्नान करने के दौरान पैर फिसलने से बच्ची गहरे पानी मे चली गई उसको बचाने के प्रयास में पांच बच्चियां डूबने लगी। 5 बच्चियां डूबने लगी तो हो हल्ला होने पर आश्रम के लोग नहर के तरफ़ दौड़े और डूबती हुई बच्चियों को बचाने का प्रयास किया उसमें एक बच्ची को बचा पाए।
चार बच्चियां नहर में बह गई। मान्धाता पुलिस को तुरंत सूचना दी गई।
टी आई बलराम राठौड़ दल बल सहित घटना स्थल पर पहुँचे। तैराकों को बुलवाया ओर खोजबीन शुरू की गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन के द्वारा चार बच्चियों के शव नहर से निकाले गये। एक बच्ची सुरक्षित निकाल ली गई थी।
मृत बच्चियों के नाम वैशाली पिता नवल सिंह ग्राम बढ़िया, प्रतिज्ञा पिता छमिया ग्राम दाभड़, दिव्यांशी पिता चेतन ग्राम इंदरपुर, अंजना पिता रमेश ग्राम सोनवाड़ा ये सभी गांव खरगोन बड़वानी खंडवा जिले के हैं।
यह सभी बच्चियां कक्षा 5वीं की विद्यार्थी थी और परम शक्ति पीठ में ही रहती थी और पढ़ती थी।
परम शक्ति पीठ की व्यबस्थापक साक्षी दीदी ने बताया कि वह बड़वानी गई हुई थी और बुधवार को सुबह 4:00 बजे ही आई थी। उनके उठने के पहले ही यह बच्चियां बिना बताए आश्रम के पीछे स्थित नर्मदा जी की नहर में स्नान करने चली गई और पैर फिसलने से एक दूसरे को बचाने के प्रयास में डूब गई जबकि आश्रम में बच्चियों को स्नान की व्यवस्था है किंतु बच्चियां अपने मन से बिना बताए चली गई और यह दुखद घटना हो गई।
चारों बच्चियों के शव पुलिस मांधाता द्वारा पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल हॉस्पिटल ओम्कारेश्वर भेज दिए गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सही स्थिति साफ होगी।बच्चियों के परिवार के लोग भी आ गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है।
टीआई बलराम सिंह राठौड़ ने बताया उन्हें सूचना मिलते ही पुलिस दल तेराकों को लेकर घटना स्थल पर पहुंच गये थे|
रेस्क्यू ऑपरेशन के द्वारा शवों को निकाला गया और पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस द्वारा सभी पहलुओं पर जांच की जाएगी साथ में गई बच्चियों ने भी बताया की उन्होंने बिना बताए ही नहर में जाने की इच्छा हुई और स्नान करने के दौरान पैर फिसल जाने और बाद में एक दूसरे को पकड़ने में 4 बच्चियां डूब गई।
उल्लेखनीय है कि परम पूज्या साध्वी ऋतुमभरा जी के ट्रस्ट द्वारा परम शक्ति पीठ संचालित है। इसमें गोद ली हुई बच्चियों के अलावा गरीब वर्ग की बच्चियों को छात्रावास में रखकर परम शक्ति पीठ में संचालित विद्यालय में निशुल्क पढ़ाया जाता है।