Tribal Woman Died Of Negligence: आदिवासी महिला की मौत,डॉक्टर को गिरफ्तार करने की मांग

डॉक्टरों पर आरोप- बरती गई लापरवाही, कार्यवाही की मांग लिए सड़क पर उतरा आदिवासी समाज

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Tribal Woman Died Of Negligence: आदिवासी महिला की मौत,डॉक्टर को गिरफ्तार करने की मांग

बड़वानी- आदिवासी महिला की मौत के बाद बड़वानी में हंगामा,कार्यवाही की मांग लिए सड़क पर उतरा आदिवासी समाज, खंडवा बड़ोदा स्टेट हाइवे किया जाम, हॉस्पिटल प्रबंधन ने कहा सम्भवतः हार्ट अटैक से हुई थी मौत, पोस्टमार्टम के बाद ही स्थिति होगी साफ, माधुरी बेन ने पीएम रिपोर्ट का हवाला देकर कहा डॉक्टर की लापरवाही से हुई है महिला की मौत

बड़वानी – 24 जनवरी को शहर के निजी हॉस्पिटल महामृत्यंजय में सावरिया पानी निवासी दुर्गा बाई की मौत के बाद जहा 3 दिन से लगातार आदिवासी संगठन थाना बड़वानी में धरना दे रहे थे वही आज समाजजनों ने रैली निकाल डॉक्टर चंद्रकांता गुप्ता के क्लिनिक के सामने हंगामा किया। हॉस्पिटल के बाहर चक्का जाम कर दिया है। इनकी मांग है की हॉस्पिटल को बंद कर सम्बंधित डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।

बता दें की बच्चा दानी का ऑपरेशन करवाने अस्पताल आई महिला को डॉक्टर द्वारा बेहोशी का इंजेक्शन देने के बाद महिला होश में नही आई और उसकी मौत हो गई थी।
इस मामले में हॉस्पिटल संचालक डॉ महेश अग्रवाल पूरे घटनाक्रम में स्पष्ठ जवाब देते नजर नही आए। उन्होंने कहा की ऑपरेशन के लिए डॉ चंद्रकांता गुप्ता आई थी जबकि महिला पक्ष के लोगों का कहना है के उनकी बहू भी असिस्टेंट के रूप में आई थी।

डॉक्टर अग्रवाल की माने तो बहु के साथ एक अन्य असिस्टेंट भी मौजूद था लेकिन मौत का कारण स्पष्ठ नही हो पाया। महिला की मौत सम्भवतः हार्ट अटैक से हुई है हालांकि बाद में उसका पीएम भी हुआ है। पोस्टमार्टम के बाद स्थिति साफ हो पाएगी। बरहाल अभी चक्का जाम जारी है।
इस दौरान हॉस्पिटल में भारी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद है।
इस मामले में जाग्रत आदिवासी दलित संगठन की नेत्री माधुरी बेन ने पीएम रिपोर्ट दिखाते हुवे दावा किया कि महिला की मौत डॉक्टर की लापरवाही से हुई है।

उन्होंने कहा की डॉ चंद्रकांता व उनकी बहू सोनल राठौड़ ने एक छोटी सी प्रक्रिया में महिला की जान ले ली और प्रशासन उदासीन है।
उन्होंने कहा की डॉक्टर गिरफ्तार होना चाहिए। पीएम रिपोर्ट में आया है की महिला दूरबीन से एक जांच के लिए आई थी जिसके लिए उसे बेहोश किया लेकिन दूरबीन से एक खून की नली काट दी गई थी।पेट की थैली 2 जगह से फटी है। डेढ़ से दो सेंटीमीटर फटा है वन्ही महिला का 3 से 4 लीटर खून बहा है। बावजूद उपचार किये बिना 7 घंटे उसे तड़प तड़प के मरने दिया गया।

पुलिस को चाहिए था इस मामले में एफआईआर दर्ज कर डॉक्टर को हिरासत में लें लेकिन ऐसा नही किया। उन्होंने कहा कि एक आदिवासी महिला थी सिर्फ इसलिए गम्भीरता से मामले को नही लिया गया।