Tribute to DSP Son’s Car : डीएसपी की मां ने बेटे की गाड़ी को नमन किया फिर उसमें बैठी!
बेटे ने मां से कार को नमन करने का कारण पूछा तो बोलीं ‘यह है मां भगवती!’
Gwalior : यहां के बेहट सर्कल में एसडीओपी DSP संतोष पटेल की मां जब पहली बार अपने बेटे को मिली सरकारी गाड़ी में बैठीं, तो उन्होंने पहले गाड़ी को छूकर प्रणाम किया और प्रार्थना की, फिर उसमें बैठी। जब बेटे ने इसका कारण पूछा तो मां बोली कि जब हम घर से बाहर निकलते हैं तो यही गाड़ी हमारा जीवन होती है। यह मां भगवती होती है, जो हमारी जिंदगी को सकुशल मंजिल तक पहुंचाती है। चरण वंदना करने के बाद ही इसमें सवार होना चाहिए। इसलिए दशहरा पर वाहनों को भगवान और शक्ति के रूप में पूजा जाता है।
डीएसपी संतोष पटेल अपनी पुलिस वर्किंग से ज्यादा सोशल वर्किंग के लिए चर्चित रहते हैं। अब उनकी मां और उनके बीच बातचीत का वीडि पहला मौका था जब वह बेटे के सरकारी वाहन में बैठी। उन्होंने वाहन में सवार होने से पहले प्रणाम किया और प्रार्थना की। यह देखकर वहां मौजूद पुलिस स्टाफ और अन्य लोग काफी प्रभावित हुए। DSP बेटे ने कहा कि मैं भी अपनी मां की नकल कर ऐसा करूंगा।
बेटे के साथ मेला भी घूमा
अस्पताल में चेकअप कराने के बाद अधिकारी बेटे ने मां को मेला घुमाया। मां को नहीं पता था जिस मेले में वह घूम रही हैं, उसका प्रभारी उनका ही बेटा है। जब वहां लोगों से सम्मान मिला और पता लगा तो वह काफी खुश नजर आईं। उन्हें बेटे पर गर्व हुआ।
मेला में कुछ खरीदी करनी है
डीएसपी संतोष पटेल कह रहे हैं कि आज हमारी अम्मा गाड़ी में बैठी हैं। उनसे पूछती हैं कि आपको कैसा लग रहा है। इसके बाद मां कहती हैं कि मुझे अच्छा लग रहा है। मैं ग्वालियर आई हूं। अभी ग्वालियर मेला घूमने जाना है। मेला में कुछ खरीदी करनी है। इस पर डीएसपी साहब पूछते हैं कि कुछ महंगी चीज नहीं लेनी है। यहां कम पैसे में गाड़ी मिली है।
इस पर मां कहती है कि मुझे गाड़ी-वाड़ी नहीं लेनी है। हमको गाड़ी भगवान ने दी, अब लेकर क्या करना है। इस पर संतोष पटेल कहते हैं कि यह सरकारी गाड़ी है न। सरकारी गाड़ी में घूमना कैसे संभव हो पाएगा। मां कहती हैं कि सब भगवान का आशीर्वाद है। तुम पढ़ते लिखते नहीं तो कैसे नौकरी करते।