Tricolour & Krishna Rangoli were Wiped off Feet : कन्नौद के मुस्लिम प्रोफेसर ने तिरंगे और राधा-कृष्ण की रंगोली को पैरों से मिटाया, FIR दर्ज हुई!

कलेक्टर ने जुजेर अली रंगवाला को हटाने को कहा, वीडियो वायरल हुआ!

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Tricolour & Krishna Rangoli were Wiped off Feet : कन्नौद के मुस्लिम प्रोफेसर ने तिरंगे और राधा-कृष्ण की रंगोली को पैरों से मिटाया, FIR दर्ज हुई!

 

Kannod (Dewas) : जिले के कन्नौद में एक मुस्लिम प्रोफेसर ने तिरंगे झंडे और राधा-कृष्ण की रंगोली को पैरों से मिटाने की हरकत की। सरकारी कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर जुजेर अली रंगवाला का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह राधा-कृष्ण और तिरंगे झंडे की रंगोली को पैरों से रौंदकर मिटाने की कोशिश कर रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस मामले पर आपत्ति जताई है और शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद इस असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

कलेक्टर ने इस प्रोफेसर को कॉलेज से हटाने की बात कही है। चूंकि वायरल वीडियो में ये शख्स तिरंगे का अपमान करता हुआ दिख रहा है, इसलिए उस वीडियो को दिखाया नहीं जा सकता।

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कन्नौद के शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में पदस्थ केमिस्ट्री के असिस्टेंट प्रोफेसर जुजेर अली रंगवाला का एक सीसीटीवी फुटेज तेजी से वायरल हुआ। इसमें वह कॉलेज में बनाई गई राधा कृष्ण और तिरंगे झंडे की रंगोली को पैरों से मिटाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके अलावा उनके आपत्तिजनक व्हाट्सऐप स्टेटस भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें उन्होंने देश को लेकर विवादित बातें लिखी हैं। मामला गरमाते हुए देख कन्नौद पुलिस ने आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर जुजेर अली रंगवाला के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

एबीवीपी ने मामले की शिकायत
केमिस्ट्री के असिस्टेंट प्रोफेसर जुजेर अली रंगवाला के खिलाफ एबीवीपी ने पिछले दिनों कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल और कन्नौद टीआई को ज्ञापन सौंपा था। इसमें छात्र संगठन ने पुलिस को जुजेर अली रंगवाला की पैरों से रंगोली मिटाने वाली शर्मनाक हरकत के सीसीटीव फुटेज के साथ ही व्हाट्सएप स्टेटस के स्क्रीन शॉट्स भी दिए, जिसमें आरोपी जुजेर अली द्वारा कन्नौद नगर एवं भारत को लेकर आपत्तिजनक और विवादित पोस्ट लिखी थीं।

कलेक्टर का बयान सामने आया
इस मामले में कलेक्टर ऋतुराज ने भी मीडिया से बातचीत में आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को कॉलेज से हटाने की बात कही है। कन्नौद पुलिस केस दर्ज करने के बाद पूरे मामले की जांच शुरू हो गई। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि रंगोली मिटाने वाला असिस्टेंट प्रोफेसर का यह वायरल सीसीटीवी फुटेज कब का है।