ट्रंप का समय गया अब मोदी-पुतिन युग की शुरुआत…

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ट्रंप का समय गया अब मोदी-पुतिन युग की शुरुआत…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

अमेरिका का दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रैक से उतरे डोनाल्ड ट्रंप अब भारत में एक दोस्त की तरह अपने कदम रख पाएंगे, यह अब बहुत मुश्किल ही है। अमेरिका और ट्रंप के लिए अब यही कहा जा सकता है कि बहुत देर से दर पे आँखें लगी थीं हुजूर आते आते बहुत देर कर दी। और इस देरी ने शायद भारत और अमेरिका के बीच दिल से दोस्ती के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। 4 दिसंबर 2025 की तारीख अब विश्व के इतिहास में दर्ज हो गई है। इसमें भारत की धरती पर पधारे पुतिन का स्वागत करते मोदी ने एक दूसरे के गले लगकर जो भाव- भंगिमाएं प्रकट की, उसको देखकर यूरोप अमेरिका और दुनिया के सभी दिग्गज अब मोदी-पुतिन युग की कल्पना करने में जुट गए होंगे। भारत द्वारा रूस से तेल खरीदी के नाम पर तांडव मचाने वाले डोनाल्ड ट्रंप शायद यह भूल गए थे कि भारत और प्रधानमंत्री मोदी अब

इस तरह अपमान सहने के दौर से उबर चुके हैं। और अमेरिका भी अब आर्थिक, सामरिक और रणनीतिक तौर पर भारत को आंखें दिखाने की भूल करता है तो वह उसके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। अब भारत एशिया महाद्वीप से बहुत दूर वैश्विक स्तर पर खुद की अपनी विशेष पहचान बना चुका है। और अब जिस तरह के समझौते भारत और रूस के बीच होने वाले हैं वह मोदी-पुतिन युग से निपटने के लिए पूरी दुनिया को गंभीर चुनौती देने वाले हैं। वैश्विक राजनीति के लिए अब यही कहा जा सकता है कि ट्रंप अब तुम्हारा समय गया, अब पूरी दुनिया मोदी-पुतिन युग देखने को तैयार है।

और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत पहुँचने से पहले यूक्रेन की तबाही शायद भविष्य की अनहोनी का अंदेशा ही जता रही है। यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र से एक बेहद चौंकाने वाला ड्रोन फुटेज सामने आया है, जिसमें मिर्नोहराद शहर लगभग पूरी तरह रूसी सेना से घिरा दिख रहा है। एसोसिएटेड प्रेस के लिए हाल ही में शूट किए गए इन फुटेज में शहर की तबाही इतनी गहरी दिखाई देती है कि शायद ही कोई सड़क बची हो जिस पर विनाश के निशान न हों। कई इलाकों में तो धुआं अब भी उठता दिख रहा है, जो लगातार हो रहे हमलों का सबूत है। यह एक बानगी है कि जब भारत और रूस का सामरिक समझौता होगा और एक देश पर आक्रमण स्वत: ही दूसरे देश पर आक्रमण माना जाएगा, तब दुनिया का मंजर क्या होगा?

तो रूस की संसद के निचले सदन स्टेट ड्यूमा ने 2 दिसंबर 2025 को भारत और रूस के बीच हुए एक सैन्य समझौते ‘ रेलोस’ को मंजूरी दे दी है। इसके तहत दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे के मिलिट्री बेस, फैसिलिटीज और संसाधनों का इस्तेमाल और एक्सचेंज कर सकेंगी। इनके विमान, वॉरशिप ईंधन भरने, मिलिट्री बेस पर डेरा डालने या अन्य लॉजिस्टिक सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे। इस पर आने वाला खर्च बराबर-बराबर उठाया जाएगा। यह मंजूरी राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे से दो दिन पहले दी गई है।

यह समझौता इस साल 18 फरवरी को भारत और रूस के बीच किया गया था। पिछले हफ्ते रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन ने इसे संसद में मंजूरी के लिए भेजा था। हालांकि भारत ने ऐसे ही समझौते अमेरिका (लेमोआ), फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और कई अन्य देशों के साथ किए हैं। लेकिन बड़ी बात यह है कि अब रूस भी इसमें शामिल हो चुका है। और इसके अलावा भी पुतिन की इस यात्रा में सबसे ज्यादा फोकस डिफेंस समझौते पर रहेगा। जो दुनिया के सभी देशों की नींद उड़ा सकते हैं।

पुतिन की भारत यात्रा से दुनिया कितनी सशंकित है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा से ठीक पहले ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के राजदूतों ने एक भारतीय अखबार में लेख लिखकर रूस पर आरोप लगाया कि उसने यूक्रेन पर बहुत कठोर तरीके से हमला किया है और वह शांति की कोशिशों को गंभीरता से नहीं ले रहा। यह एक डर है जो मोदी-पुतिन मिलन के बाद डोनाल्ड ट्रंप सहित पूरी दुनिया को चिंतन करने को मजबूर करने वाला है। और पुतिन का भारत आना और मोदी का

मेजबानी करना यह संदेश दे रहा है कि ट्रंप का समय गया अब मोदी-पुतिन युग की शुरुआत हो गई है… यह साफ है कि भारत-अमेरिका के रिश्ते यदि सबसे बुरे दौर में हैं तो यह माना जा सकता है कि भारत और रूस के रिश्ते अब सबसे सुनहरे दौर में हैं।

 

 

लेखक के बारे में –

कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।

वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।