
Trust in Name of Harpreet : अहमदाबाद विमान हादसे में मृत इंदौर की बहू हरप्रीत के नाम से ट्रस्ट बनेगा, महिलाओं और बच्चों की मदद होगी!
Indore : 12 जून को अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में जान गंवाने वाली इंदौर की बहू हरप्रीत कौर के परिजनों ने फैसला लिया है कि इस हादसे के कारण मिलने वाले मुआवजे की राशि से महिलाओं और बच्चों की सेवा की जाएगी। इसके लिए एक ट्रस्ट बनाया गया है। अहमदाबाद प्लेन क्रेश में दिवंगत हुई हरप्रीत कौर, अब उनके नाम पर होने वाले सेवा कार्यों से याद की जाएगी।
सिख समाज के आठवें गुरु श्री हर किशन साहिब के प्रकाश पर्व के मौके हरप्रीत कौर के परिजनों ने सेवा कार्यों के लिए राम हरप्रीत मेमोरियल ट्रस्ट का गठन कर श्री गुरु सिंघ सभा इंदौर को दो लाख की राशि प्रदान कर इस कार्य की शुरुआत कर दी है। इसके साथ ही परिजनों ने यह संकल्प भी लिया है कि उक्त विमान हादसे के कारण मुआवजे के रूप में अब जितनी भी राशि आएगी उसकी बैंक में एफडी कर उससे मिलने वाले ब्याज से जरूरतमंदों की मदद की जाएगी।
संत नगर स्थित गुरुद्वारे में मनाए गए गुरु प्रकाश पर्व के मौके पर हरप्रीत कौर के नाम पर सेवा के कार्य की शुरुआत की गई। हरप्रीत कौर के पिता महेन्द्रपाल सिंह होरा, बलजीत कौर होरा कल अहमदाबाद से इंदौर पहुंचे और श्री गुरु सिंघ सभा के प्रधान हरपाल सिंघ भाटिया के हाथों में ट्रस्ट का वो पत्र सौंपा, जिसमें प्रारंभिक दो लाख के अंशदान से शुरुआत करने की लिखित सहमति दी गई।

हरप्रीत कौर के पिता अहमदाबाद के कारोबारी महेन्द्रपाल सिंह होरा ने कहा कि हरप्रीत बचपन से ही वे गुरुमुखी अध्ययन, शब्द कीर्तन और सामाजिक आयोजनों में रुचि रखती थीं। गुरुद्वारे के सेवा कार्यों में भी सक्रिय रूप से सहभागी रहती थीं। ऐसे में उनकी स्मृतियों को समाज कल्याण से जोडऩे के उद्देश्य से राम हरप्रीत मेमोरियल ट्रस्ट की स्थापना की गई है, जो महिलाओं और बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य हेतु कार्य करेगा। इस ट्रस्ट की शुरुआत प्रारंभिक अंशदान राशि दो लाख रु से की गई है।
आने वाले समय में एयर इंडिया, टाटा ट्रस्ट, बीमा कंपनियों अन्य माध्यम से जो भी मुआवज़ा या वित्तीय सहायता प्राप्त होती है, तो वह राशि भी इसी ट्रस्ट को समर्पित की जाएगी। इस निर्णय पर श्री इंदौर गुरु सिंघ सभा के प्रधान हरपाल सिंघ भाटिया ने अपनी सहमति दी और कहा कि गुरु सिंघ सभा इस सोच को सेल्यूट करती है। गत 12 जून 2025 को हुए प्लेन क्रेश में हरप्रीत सदा के लिए अपने परिवार से बिछड़ गईं। हरप्रीत कौर की ससुराल इंदौर में है इसीलिए इस ट्रस्ट की शुरुआत यहां से की गई है।





