Trying to Convince Rebels : अमित शाह ने बागियों को समझाया, कुछ माने तो कुछ ने नहीं!

रंजना बघेल और राजीव यादव से चर्चा, तीन दिन बागियों के नामांकन वापसी पर फोकस!    

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Trying to Convince Rebels : अमित शाह ने बागियों को समझाया, कुछ माने तो कुछ ने नहीं!

 

इंदौर। भाजपा के बागी पार्टी की बात नहीं मान रहे। जब प्रदेश के नेता बागियों को नहीं मना सके तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह जिम्मेदारी संभाली। सोमवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर परिसर की होटल में उन्होंने प्रदेश के प्रमुख नेताओं से चर्चा की और बागियों की जानकारी ली। इसके बाद मनावर से टिकट न मिलने से नाराज और निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना रहीं पूर्व मंत्री रंजना बघेल और धार के बागी राजीव यादव से सीधे बात की। पार्टी सूत्र बताते हैं कि अमित शाह से चर्चा के बाद बघेल मान गई! लेकिन, अन्य जानकारी के मुताबिक रंजना बघेल ने कार्यकर्ताओं से बातचीत के बाद फैसला करने है।

गृह मंत्री विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के दौरे पर हैं। सोमवार को सुबह 11.30 से दोपहर 12.30 बजे तक इंदौर संभाग की बैठक थी, लेकिन नामांकन रैली की वजह से वो निरस्त कर दी गई। शाह ने राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ बंद कमरे में इंदौर संभाग की सीटों की समीक्षा की। कुछ बागियों को लेकर भी चर्चा हुई।

बुरहानपुर में सांसद रहे नंदकुमार चौहान के बेटे हर्षवर्धन का व धार में जिला अध्यक्ष रहे राजीव यादव का जिक्र भी हुआ। बताते हैं कि मनावर से टिकट कटने से नाराज रंजना बघेल को उन्होंने बुलाया था। पार्टी ने उनकी जगह शिवराज कन्नौज को टिकट दिया है। शाह की समझाइश पर बघेल ने नाराजगी छोड़कर काम में जुटने का वादा किया। पर, वास्तव में ऐसा कुछ नहीं हुआ। धार के बागी राजीव यादव से भी बंद कमरे में चर्चा हुई और उन्हें समझाया।

 

तीन दिन बागियों को समझाने का दौर

अमित शाह के निर्देश पर पार्टी का तीन दिन फोकस बागियों को समझाने और नामांकन वापस लेने पर होगा। ताकि, ज्यादा से ज्यादा बागियों की नाम वापसी संभव हो। पार्टी के सभी बड़े नेताओं को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। मौका आने पर पार्टी के बड़े नेताओं से भी बात कराई जाएगी। बैठक में तय किया गया कि कौन-किसकी बात मान सकता है।