Two Accidents Due to Firecrackers : पटाखों से हुए दो हादसों में दो नाबालिगों की मौत!
Indore : दिवाली पर हुए दो हादसों में दो नाबालिगों की मौत हो गई। एक बच्चा 15 साल का और दूसरा 3 साल का है। दिवाली पर सुतली बम पटाखे के धमाके से 15 साल के लड़के गजेंद्र की मौत हो गई। नाबालिग ने प्रतिबंधित तोप में पटाखा रखा था, जिसके फूटते ही तेज धमाका हुआ, जिसके दबाव से वह दूर जा गिरा और फिर नहीं उठा। दूसरी घटना लसूड़िया थाना क्षेत्र की जहां कचरा जलने से उसमें रखे पटाखे से झुलसे तीन साल के मासूम सार्थक की दर्दनाक मौत हुई।
पहली घटना एरोड्रम इलाके में रविवार रात हुई। गजेंद्र जिस तोप में रखकर बम फोड़ रहा था, वह लोहे के पाइप से बनती है। पाइप के नीचे स्टैंड को गन जैसा बनाया जाता है। इसके आगे की तरफ बम रखकर फोड़ते हैं। यह तोप पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद कई बच्चे और युवा इसका उपयोग करते हैं। परिवार के लोगों ने 15 साल के गजेंद्र सोलंकी को होश में लाने की कोशिश की। जब होश नहीं आया तो परिजन उसे लेकर नजदीक के अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने एमवाय अस्पताल भेजा। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार वालों ने बताया कि गजेंद्र 9वीं का स्टूडेंट था। उसके पिता कारपेंटर हैं, वो चार बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस के मुताबिक शव को रविवार रात एमवाय अस्पताल की मर्चुरी में रखा गया। परिजन पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर रहे थे। डॉक्टरों ने समझाया कि ऐसे हादसों के बाद पीएम जरूरी है। इसके बाद वे राजी हुए।
दूसरी घटना में कचरे में हादसा
लसूड़िया इलाके में घर के बाहर तीन साल का सार्थक खेल रहा था। अचानक वहां कचरे में लगी आग में धमाका हुआ। इससे पास में खेल रहा मासूम सार्थक घायल हो गया, गंभीर हालत में मासूम सार्थक को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कचरे में पटाखा रखा था जिसकी बारूद से सार्थक का चेहरा और सिर बुरी तरह झुलस गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भिजवाया है। लसूडिया पुलिस मामले की जांच कर रही है।