Ujjain News: मिलावटखोरों की आई शामत,2 फर्मों के खाद्य पंजीयन निरस्त
मुकेश व्यास की रिपोर्ट
उज्जैन। उज्जैन जिले में पिछले कुछ समय से मिलावटखोरों कि मानो शामत सी आ गई है। जिला प्रशासन लगातार ऐसे मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है जो सीधे-सीधे जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं ।उज्जैन जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कदम उठा रखे हैं ।पिछले दिनों उज्जैन जिले में मावा की मंडी के रूप में पहचान स्थापित कर चुके उन्हेल में लगातार छापेमारी की कार्यवाही कर करीब एक करोड़ रुपए से अधिक की राशि का मावा एवं घी जप्त किया था।
मिली जानकारी के अनुसार ऐसी ही कार्यवाही शुक्रवार शाम ग्राम सौडंग की एक फैक्ट्री पर भी की गई। जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के मिलावट मुक्त जिला बनाने के उद्देश्य के चलते एडीएम अनुकूल जैन के निर्देशन में खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत दत्त शर्मा एवं खाद्य विभाग के अन्य अधिकारियों की टीम ने सौडंग में उषा कुटीर की फैक्ट्री पर छापा मारकर तेरा 100 से अधिक किलो मावा करीब 850 किलोग्राम की एवं 100 किलो के लगभग पनीर को जप्त किया।
उज्जैन जिले में प्रशासन एवं खाद्य विभाग द्वारा यह चौथी बड़ी छापेमारी है। पिछले दिनों उन्हेल में मिलावटी घी एवं मावा की आशंका में एक करोड़ से अधिक कीमत का मावा एवं भी जप्त किया था। इसमें मां कृपा कोल्ड स्टोरेज से 24 हजार 675 किलो मावा जप्त कर कार्यवाही की गई थी। इसमें लगभग 50 लाख रुपए का मावा सत्ता पक्ष के एक नेता का था। प्रशासन की एक और कार्रवाई में करीब 20 लाख रुपए का घी भी ओम जैन के यहां से जप्त किया था,वहीं मिल्क पाउडर भी प्रशासन ने एक घर के बाथरूम से जप्त किया था।
बताया जाता है कि उन्हेल में की गई तीन बड़ी कार्रवाई से पहली कार्रवाई के सैंपल की रिपोर्ट आ गई है।
उन्हेल में नकली मावे की जांच रिपोर्ट आने के बाद मावा के कुल पाँच नमूनें अवमानक स्तर के पाये गये। वनस्पति के दो नमूनें अपद्रव्य एवं वनस्पति का एक नमूना अवमानक एवं अपद्रव्य स्तर का एवं क्रीम एवं घी के नमूनें भी अवमानक स्तर के पाये गये। केवल दूध का एक सेम्पल पास हुआ है ।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी वसंत दत्त शर्मा ने बताया कि 13 दिन पहले प्राप्त सूचना के आधार पर कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम के आदेश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के दल द्वारा खजुरिया खाल पगारिया स्टेण्ड, उन्हेल स्थित माँ भवानी डेयरी फार्म पर छापामार कार्यवाही की गई थी जिसमें कुल 12 नमूनें जिनमें 5 नमूनें मावा के, 3 नमूनें वनस्पति के, 2 नमूनें दूध के, 1 नमूना क्रीम एवं 1 नमूना घी का लेकर जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे गये थे । जिनकी रिपोर्ट राज्य खाद्य प्रयोगशाला से प्राप्त हुई जिसमे खाद्य पंजीयन प्राधिकारी के द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 एवं विनियम 2011 के प्रावधानों का उल्लघंन होने से दोनों फर्मों के खाद्य पंजीयन तत्काल प्रभाव से निरस्त किये गये एवं दोनों फर्मों को खाद्य संबंधी समस्त गतिविधियाँ बंद करने हेतु सूचना पत्र जारी किया गया है।
वही दूसरी ओर जप्त सामग्री की एक सैंपल रिपोर्ट पास होने पर व्यापारी के समर्थकों ने मिठाई भी बांट दी।लेकिन प्रशासन आने वाली रिपोर्ट के आधार पर बड़े मावा व्यापारी पर कार्यवाही का मन भी बना चुका है।
मावे की मंडी कहे जाने वाले उन्हेल में मिलावटखोरों के खिलाफ प्रशासन की बड़ी कार्रवाई के चलते यहां से प्रदेश तथा देश के अन्य हिस्सों में प्रतिदिन जाने वाला मावा लगभग बंद सा हो गया है। उन्हेल से प्रतिदिन सैकड़ों किलो मावा अन्य स्थानों पर भेजा जाता है ।