Ujjain News: वर्ष 2023-24 की 9197 करोड़ की वार्षिक साख योजना अनुमोदित

DLCC की बैठक हुई

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Ujjain News: वर्ष 2023-24 की 9197 करोड़ की वार्षिक साख योजना अनुमोदित

उज्जैन से अजेंद्र त्रिवेदी की रिपोर्ट

उज्जैन जिले की 9197 करोड़ रुपये की वर्ष 2023-24 की वार्षिक साख योजना को आज जिला स्तरीय सलाहकार एवं समीक्षा समिति की बैठक में मंजूरी दी गई। इसमें कृषि क्षेत्र में 6782 करोड़, एमएसएमई के लिये 2047 करोड़ का प्रावधान किया गया है। शेष राशि शिक्षा, हाउसिंग, एक्सपोर्ट, सामाजिक अधोसंरचना व नवीकरण ऊर्जा के लिये रखी गई है। वार्षिक साख योजना में कमजोर वर्ग के व्यक्तियों के लिये प्रायोरिटी सेक्टर में 1865 करोड़ रुपये की राशि प्रावधानित की गई है। कलेक्टर श्री आशीष सिंह की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सलाहकार एवं समीक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक श्री नितिन श्रीवास्तव, नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक श्री नागेश चौरसिया, भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री बिजय मिश्रा एवं पीएनबी के सर्कल हेड श्री विजय मौजूद थे।

बैठक में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कहा कि सभी बैंक अधिकारियों को रोजगारमूलक एवं सामाजिक उत्थान की योजनाओं पर फायनेंस करने पर अधिक फोकस करना चाहिये। उन्होंने वर्ष 2022-23 के लिये राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत स्वरोजगार योजना के लक्ष्य, पीएम स्वनिधि योजना के लक्ष्य, खादी ग्रामोद्योग योजना के लक्ष्य, उद्यम क्रान्ति योजना के लक्ष्यों व सन्त रविदास स्वरोजगार योजना के लक्ष्यों की पूर्ति समय सीमा में करने के निर्देश दिये हैं।

बैठक में एलडीएम श्री संदीप अग्रवाल ने अब तक की विभिन्न प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 30 सितम्बर 2022 की स्थिति में प्राथमिकता वाले क्षेत्र में 73 प्रतिशत, कृषि क्षेत्र में 48 प्रतिशत, एमएसएमई में 15.8 प्रतिशत की उपलब्धियां हासिल की गई हैं। वर्षान्त सभी लक्ष्य प्राप्त करने के प्रयास किये जायेंगे। सीडी रेशो (क्रेडिट रेशो) में महाराष्ट्र बैंक, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक व युनियन बैंक का प्रतिशत कम होने पर इन बैंकों से लक्ष्य अनुरूप कार्य करने के लिये कहा गया है। बैठक में बताया गया कि जिले में अब तक 5700 पशु पालकों को व 325 मत्स्य पालकों को केसीसी जारी किये गये हैं।

बैठक में रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक श्री श्रीवास्तव ने कहा कि उज्जैन जिला भोपाल, देवास एवं इन्दौर से बहुत ही अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ा है। यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और आर्थिक विकास में वृद्धि हो रही है। इसी के मद्देनजर बैंक को अधोसंरचना, लॉजिस्टिक निर्माण, होटल एवं टूरिज्म पर अधिक फायनेंस करना चाहिये। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि हाल ही में श्री महाकाल महालोक के लोकार्पण के बाद से उज्जैन में प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। पर्यटन क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिये बैंकों को आगे आना चाहिये। वित्तीय साक्षरता के लिये उज्जैन जिले में खाचरौद व घट्टिया में सेन्टर खोले गये हैं, जहां से सम्पूर्ण जिले में वित्तीय साक्षरता के लिये शिविर आयोजित हो रहे हैं।