Ujjain News: महाकाल मंदिर में अब श्रद्धालुओं को चलायमान भस्म आरती के दर्शन होंगे
उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट
उज्जैन । उज्जैन के ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में अब श्रद्धालुओं को चलायमान भस्म आरती के दर्शन होंगे। 22 से 26 जून तक उत्तम वृष्टि हेतु पंच दिवसीय महारूद्राभिषेक होगा।
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की महत्वपूर्ण बैठक कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई । बैठक में विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा कर निर्णय लिये गये।
प्रतिवर्ष होने वाले श्रावण महोत्सव का आयोजन विगत दो वर्ष के बाद होने वाला है। इस वर्ष 2022 में होने वाले “17वें श्रावण महोत्सव” हेतु गठित कलाकार चयन सुझाव समिति द्वारा प्रस्तावित कलाकारों के नामों पर अनुमोदन किया गया। इस वर्ष कुल 6 रविवार को 18 प्रस्तुतियां होंगी, जिसमें प्रत्येक रविवार राष्ट्रीय –अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय कलाकरों को भी मंच दिया जाएगा । प्रत्येक रविवार गायन, वादन और नृत्य तीनो विधाओ में प्रस्तुति होगी। “श्रावण महोत्सव 2022” का आयोजन इस वर्ष त्रिवेणी संग्रहालय में किया जाना सुनिश्चित किया गया है ।
बैठक में उत्तम वृष्टि हेतु पंच दिवसीय महारूद्राभिषेक 22 जून से 26 जून तक आयोजित किये जाने पर भी सहमति व्यक्त की गई।
https://youtu.be/si6aUiZ9elM
साथ ही भगवान श्री महाकालेश्वर जी की भस्मार्ती के दौरान पंजीयनधारी श्रद्धालुओं के अतिरिक्त अन्य श्रद्धालुओं को सिंहस्थ 2016 में की गई व्यवस्था के अनुरूप कार्तिकेय मंडपम की अंतिम 2 पंक्तियों से चलित दर्शन कराया जाकर मंदिर परिसर से बाहर की ओर प्रस्थान कराये जाने पर विचार किया गया। इस संबंध में अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा श्रद्धालुओं के प्रवेश – निर्गम, आरती में सम्मिलित होने के समय व मार्ग आदि विषयों पर चर्चा कर प्रायोगिक रूप से 7-8 दिन के लिये प्रारंभ करने पर सहमति व्यक्त की गई।
इसके अतिरिक्त श्री महाकालेश्वर मंदिर परिक्षेत्र मे स्थित “भारती भवन” को राष्ट्रीय स्मारक बनाये जाने हेतु राजशेखर व्यास आई.बी.एस. उज्जैन द्वारा प्रस्तुत आवेदन के संबंध में विचार किया गया । इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर उपयोग पर चर्चा किये जाने पर सदन द्वारा सहमति व्यक्त की गई ।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा मंदिर में होने वाले समस्त क्रियाकलापों के संबंध में जानकारी एकत्रित की जाकर भौतिक स्मारिका प्रकाशित किये जाने पर सहमति व्यक्त की गई। जिसमें मंदिर में होने वाली समस्त धार्मिक सांस्कृतिक गतिविधियां, श्रद्धालुओं की संख्या, विशेष पर्व त्यौहार, पारंपरिक पूजन, पालकी के संबंध में जानकारी व अन्य मंदिर द्वारा होने वाली सामाजिक गतिविधियों का विवरण होगा। इसके अतिरिक्त एक पुस्तक का प्रकाशन किया जावेगा, जिसमें महाकाल का इतिहास परंपरा, विधिविधान के अतिरिक्त मंदिर में मनाये जाने वाले पर्व व मंदिर के संबंध में पुराणों व ग्रन्थों में वर्णित महाकाल के उल्लेख के संबंध में विस्तृत जानकारी होगी, जिससे आने वाले दर्शनार्थी को मंदिर के सबंध में जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ला, अंशुल गुप्ता आयुक्त नगर पालिक निगम, ए.डी.एम. संतोष टैगोर, उज्जैन विकास प्राधिकरण एवं स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक, महन्त विनित गिरी महाराज, प्रशासक गणेश कुमार धाकड, मंदिर प्रबंध समिति सदस्य पुजारी प्रदीप गुरू के प्रतिनिधि प्रशान्त शर्मा, राजेन्द्र शर्मा गुरू, राम पुजारी सहित सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आर.के.तिवारी, स्थापना अधीक्षक पी.एन. उदेनिया, प्रभारी अधिकारी लेखा विपिन एरन, स्टोर व निर्माण अभिषेक उपाध्याय, स्थापना प्रभारी मोहित ठाकुर, निर्माण प्रभारी अशोक लांडगे, लेखा प्रभारी वीरेंद्र शर्मा आदि उपस्थित थे।