Ujjain News: रूद्र सागर में एक बूंद भी सीवरेज का पानी नहीं मिल पायेगा

कलेक्टर ने महाकाल मन्दिर परिसर विस्तार योजना की समीक्षा बैठक ली

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उज्जैन से अजेंद्र त्रिवेदी की विशेष रिपोर्ट

Ujjain: कलेक्टर श्री आशीष सिंह की अध्यक्षता में आज महाकाल महाराज मन्दिर परिसर विस्तार योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर ने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों, नगर निगम एवं उज्जैन विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि रूद्र सागर में बन रहे कॉरिडोर, मन्दिर के निकट बन रहे फेसिलिटी सेन्टर एवं परिक्षेत्र के सौन्द्रर्यीकरण के सभी कार्य 15 फरवरी के पूर्व पूरे कर लिये जायें।

साथ ही उन्होंने नगर निगम को यह सुनिश्चित करने के लिये कहा है कि रूद्र सागर से जलकुंभी हटा दी जाये और इसमें शुद्ध पानी भरने के पूर्व ये सुनिश्चित किया जाये कि सीवरेज का एक बूंद भी रूद्र सागर में न मिल पाये। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री अंशुल गुप्ता, उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ श्री एसएस रावत, एसडीएम श्री संजीव साहू, श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रशासक श्री गणेश कुमार धाकड़, स्मार्ट सिटी के श्री धर्मेन्द्र वर्मा एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में निम्नानुसार अन्य दिशा-निर्देश दिये गये :-

15 फरवरी के पूर्व मृदा योजना के फर्स्ट फेज के सभी कार्य पूरे किये जायें।
रूद्र सागर की सफाई एवं जलकुंभी हटाने का कार्य सुनिश्चित किया जाये।

रूद्र सागर में स्वच्छ जल भरने में कितना समय लगेगा, इसका आकलन स्मार्ट सिटी द्वारा किया जाये।
रूद्र सागर के प्रवेश द्वार से लेकर कॉरिडोर होकर फेसिलिटी सेन्टर तक पहुंचने के बीच श्रद्धालुओं के लिये टॉयलेट, पीने के पानी की व्यवस्था एवं सीटिंग अरेंजमेंट के

लिये व्यवस्थित आकलन का कार्य श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रशासक एवं उनकी टीम द्वारा करके रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये।
श्री महाकाल मन्दिर परिसर विस्तार परियोजना के विभिन्न घटकों के नामकरण के लिये विद्वतजनों से सम्पर्क करके महाकाल वन प्रोजेक्ट के अनुकूल सभी स्थानों का नामकरण करने व व्यवस्थित साईनेज लगाने के लिये निर्देशित किया गया है।

नये प्रवचन हॉल के लिये दो हजार की क्षमता के प्रवचन हॉल के प्राक्कलन को तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये, जिससे दानदाताओं से दान प्राप्त करके प्रवचन हॉल का निर्माण कराया जा सके।

हरिफाटक ब्रिज की चारों भुजाओं को चौड़ा किये जाने एवं अण्डरपास के लिये रेलवे को वांछित ड्राइंग उपलब्ध करा दी गई है। इस कार्य को गति देने के लिये डीआरएम से चर्चा एवं सम्पर्क करने के निर्देश दिये गये।
लाईट एण्ड साउण्ड कार्यक्रम तथा शिखर दर्शन प्रोजेक्ट के टेण्डर शीघ्र जारी करने के निर्देश दिये।