Ujjain News: वनस्टॉप सेन्टर का परिवेश बहुत अच्छा- केंद्रीय महिला बाल विकास सचिव पाण्डेय ने किया निरीक्षण

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उज्जैन से अजेंद्र त्रिवेदी की रिपोर्ट

Ujjain: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के सचिव श्री इंदीवर पाण्डेय ने आज ऋषि नगर एक्सटेंशन स्थित वनस्टॉप सेन्टर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि वनस्टॉप सेन्टर का पूरा परिवेश बहुत अच्छा है। सेन्टर में इंतजाम काफी अच्छे हैं। यहां के स्टाफ की स्ट्रेंथ भी पूरी है। सेन्टर का स्टाफ मोटिवेटेड है और आशा है कि भविष्य में भी बहुत अच्छा कार्य करता रहेगा। श्री पाण्डेय ने सेन्टर के समस्त स्टाफ को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऐसे ही सेवा करते रहें।

श्री पाण्डेय ने कहा कि उक्त वनस्टॉप सेन्टर काफी अच्छा चल रहा है। यहां परिवार परामर्श केन्द्र के दो काउंसलर भी हैं। उक्त केन्द्र में 10 बेड हैं। किचन, वॉशरूम की भी व्यवस्था है। उन्होंने सेन्टर के स्टाफ से पूछा कि पुलिस और अस्पताल के साथ सेन्टर का उचित समन्वय है कि नहीं।

इस पर जानकारी दी गई कि महिला बाल विकास विभाग द्वारा पुलिस और अस्पताल के साथ काफी अच्छा सामंजस्य स्थापित कर कार्य किया जा रहा है। श्री पाण्डेय ने उज्जैन जिले के लिंग अनुपात की जानकारी प्राप्त की। श्री गौतम अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में उज्जैन जिले का लिंग अनुपात 954 प्रति हजार है। श्री पाण्डेय ने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्र और स्वास्थ्य विभाग आपसी समन्वय से अच्छा कार्य करें। जिले में गर्भावस्था के दौरान महिला की उचित देखभाल की जाये। उनके खानपान का विशेष ध्यान रखा जाये।

श्री पाण्डेय ने कहा कि नवजात शिशु कुपोषण से ग्रस्त नहीं होना चाहिये। इस हेतु सभी निरन्तर प्रयास करते रहें। धात्री माता और नवजात का समय-समय पर चेकअप हो। आंगनवाड़ी केन्द्रवार, ग्राम पंचायतवार देखें कि कितने कुपोषित बच्चे हैं। स्व-सहायता समूह के द्वारा ऐसे बच्चों को चिन्हांकित करने में सहायता ली जाये।

नई पीढ़ी स्वस्थ हो, मंदबुद्धि न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखें। माता और नवजात के भोजन में पोषण की कमी नहीं होनी चाहिये। जन्म के बाद दो साल तक बच्चे के मस्तिष्क का विकास बहुत तेजी से होता है। इन दो वर्षों में विशेष ध्यान दिया जाना बेहद जरूरी है। पोषण आहार के साथ-साथ स्तनपान पर भी विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि आगामी 21 मार्च से 28 मार्च तक स्वस्थ बालक कॉम्पीटिशन सरकार द्वारा आयोजित की जायेगी। जो बच्चे आंगनवाड़ी केन्द्रों तक नहीं आ पा रहे हैं, उनकी सतत निगरानी की जाये।

इस दौरान कलेक्टर श्री आशीष सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री गौतम अधिकारी, सहायक संचालक श्री साबिर अहमद सिद्धिकी एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।