Ujjain News: कलेक्टर की पहल रंग लाई, महाकाल मन्दिर परिसर की “केनोपी” से बालिका हुई लाभान्वित

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उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट

उज्जैन। महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक संचालक साबिर अहमद सिद्धिकी ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग द्वारा महाकाल मन्दिर परिसर में लगाई गई निजी स्पाँसरशिप योजना की केनोपी से उज्जैन की बालिका को स्पाँसरशिप मिली है।

बीते दिनों नोएडा उत्तर प्रदेश से श्रद्धालु संजय नैयर महाकालेश्वर मन्दिर में दर्शन के लिये आये थे।

गर्भगृह में भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के पश्चात वे मन्दिर परिसर में अन्य मन्दिरों के दर्शन कर रहे थे, तभी उन्हें परिसर में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लगाई गई केनोपी दिखी, वे वहां गये जहाँ उन्हें जानकारी दी गई कि निजी स्पाँसरशिप योजना के तहत ऐसे बच्चे जिनके परिवार के मुखिया की मृत्यु हो गई है, उन बच्चों के जीवन स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से उनकी चिकित्सा, पोषण, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये बच्चे के परिवार/बाल देखरेख संस्थाओं में निवासरत बच्चों को अनुपूरक सहायता या वित्तीय सहायता दी जाती है।

श्री नैयर इस योजना से काफी प्रभावित हुए तथा उन्होंने उज्जैन जिले के लिये चिन्हित किये गये 216 बच्चों में से एक बालिका को एक वर्ष की समयावधि के लिये स्पाँसरशिप देने का निश्चय किया। श्री नैयर द्वारा बच्ची को दो हजार रुपये प्रतिमाह दिये जायेंगे। साथ ही उनके द्वारा स्पाँसरशिप की समयावधि बढ़ाने की भी सहमति दी गई है।

उल्लेखनीय है कि विगत 5 मार्च को विभाग द्वारा मन्दिर परिसर में मध्यप्रदेश शासन की निजी स्पाँसरशिप योजना के तहत जानकारी प्रदाय करने हेतु केनोपी लगाई गई थी।

भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव इंदीवर पाण्डेय ने महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लगाये गये निजी स्पाँसरशिप योजना के काउंटर का शुभारम्भ किया था एवं कलेक्टर आशीष सिंह से तारीफ करते हुए कहा था कि जिला प्रशासन द्वारा यह एक बहुत अच्छी पहल की गई है और एक बहुत अच्छे स्थान का चयन किया गया है।

काफी श्रद्धालु महाकालेश्वर मन्दिर में दर्शन के लिये आते हैं। मुझे विश्वास है कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लगाये गये काउंटर पर बहुत से श्रद्धालु आयेंगे तथा योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे और स्पाँसरशिप के लिये आगे भी आयेंगे।

अब यह योजना ऐसे बच्चों के लिये काफी कारगर साबित हो रही है।

महाकालेश्वर मन्दिर में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु दर्शन के लिये आते हैं। ऐसे में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लगाई गई केनोपी को श्रद्धालुओं का काफी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है।