उज्जैन शिप्रा नदी कार हादसा: नदी के अंदर कीचड़ में धंसी मिली कार, आरक्षक आरती पाल का शव कार के अंदर

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उज्जैन शिप्रा नदी कार हादसा: नदी के अंदर कीचड़ में धंसी मिली कार, आरक्षक आरती पाल का शव कार के अंदर

 

Ujjain: उज्जैन के पुल से शिप्रा नदी में गिरने वाली पुलिस कार में महिला आरक्षक आरती पाल का शव मंगलवार शाम को बरामद हुआ। चार दिन से जारी सर्चिंग अभियान के बाद स्थानीय गोताखोर मोहम्मद इरफान ने सोनार डिटेक्शन तकनीक की मदद से कार को पुल से 60-70 मीटर दूर कीचड़ में खोज निकाला। कार जिस कीचड़ में धंसी थी, वहां तेज बहाव, मिट्टी और गंदगी के कारण गोताखोरों को काफी दिक्कत आई। क्रेन और कटर के जरिए शव को कार से निकालने के प्रयास जारी हैं।

 

इस घटना में पहले से ही थाना प्रभारी अशोक शर्मा और उपनिरीक्षक मदनलाल निनामा बदनुमा हालत में बरामद हो चुके थे। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि प्राथमिकता शव को सुरक्षित बाहर निकालना है। मृत महिला आरक्षक आरती पाल रतलाम की थीं, उन्होंने 2013 में पुलिस सेवा ज्वॉइन की थी और परिवार की जिम्मेदार बेटी मानी जाती थीं। हादसे ने पूरी पुलिस टीम और जिले की जनता को शोक में डुबो दिया है। गोताखोर और क्रेन ऑपरेटर कार से शव निकालने में जुटे हैं।

 

यह हादसा शनिवार रात करीब 8:45 बजे हुआ था। उज्जैन के उन्हेल थाने की टीम में पुलिस प्रभारी अशोक शर्मा, उपनिरीक्षक मदनलाल निनामा और महिला आरक्षक आरती पाल कार में सवार थे। कार पुल से नीचे नदी में गिरी, जिसमें आरती पाल ही कार चला रही थीं। रातभर और अगले कई दिनों तक पुलिस और एनडीआरएफ की टीमों ने नदी में तलाश की। रविवार को थाना प्रभारी अशोक शर्मा और सोमवार को उपनिरीक्षक मदनलाल निनामा का शव बरामद हुआ। आज मंगलवार शाम को कार की खोज हुई जिसमें अंदर आरक्षक आरती पाल चालक सीट पर फंसी पाई गई। कार को क्रेन की सहायता से बाहर निकाला जा रहा है। अंदर फंसे हुए आरती के शव को सुरक्षित निकालने की मशक्कत चल रही है।