Uma Bharti Opened the Front : उमा भारती ने शराब नीति के खिलाफ फिर मोर्चा खोला

ट्वीट करके कहा 'मैं मध्यप्रदेश की महिलाओं व बेटियों के साथ हूँ'

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Bhopal : पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने प्रदेश की नई शराब नीति के खिलाफ फिर मोर्चा संभाल लिया। नई शराब नीति आज से लागू हुई है। इसके बाद शराब सस्ती हो गई है। 31 मार्च को कई जगह ऑफर देकर शराब बेची गई। शिवराज सरकार के फैसले पर उमा भारती खुलकर विरोध में आ गई। इससे उमा भारती और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में टकराव बढ़ता दिखाई दे रहा है।

उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर सरकार के फैसले का विरोध किया। उमा भारती ने लिखा कि मैं मध्यप्रदेश की महिलाओं व बेटियों के साथ हूं। शराबखोरी के शिकार हो रहे बेटों के लिए भी चिंतित हूं। उनकी इज्जत व जान पर खेलकर हम राजस्व कमा रहे हैं, इस पर शर्मिंदा भी हूं। उन्होंने कहा कि भाजपा की छत्तीसगढ़ व दिल्ली राज्य इकाइयां शराब नीति के विरोध में उतर आए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि शनिवार से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही हैं। शुक्रवार को मध्यप्रदेश में नई शराब नीति लागू हो गई। इसमें लोगों को ज्यादा शराब कैसे पिलाई जा सके, अहातों में ज्यादा शराब कैसे परोसी जा सके, इस व्यवस्था को निश्चित किया है। इसका विरोध किया जा रहा है।

सस्ती हो गई शराब
प्रदेश में शराब 20% तक सस्ती हो गई। साथ ही सरकार ने विदेशी शराब पर एक्साइज ड्यूटी 3% कम कर दी है। राज्य में उत्पादित अंगूर से बनी शराब पर कोई एक्साइज ड्यूटी नहीं लगेगी। साथ ही राज्य में शराब दुकानों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। पिछले दिनों शिवराज कैबिनेट ने नई आबकारी नीति 2022-23 और हेरिटेज शराब नीति 2022 को मंजूरी दी थी। साथ ही निर्णय लिया था कि प्रदेश में अब टेट्रा पैक भी मिलेंगे। इसके अलावे कुछ मॉल में भी शराब की बिक्री होगी। सरकार ने तर्क दिया था कि इससे अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगेगी।

13 मार्च को शराब दुकान में मारा था पत्थर
उमा भारती कई बार राज्य में शराबबंदी की मांग कर चुकी हैं। 13 मार्च को भोपाल के बरखेड़ा पठानी क्षेत्र के आजाद नगर में शराब दुकान को उन्होंने निशाना बनाया था। यहां शराब दुकान पर वह पहुंची थीं। दुकान में घुसकर पत्थर से बोतल तोड़ दी थीं। कांग्रेस ने इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश। इसके बाद में उन्होंने शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर सफाई पेश की थी। इस पत्र में उमा ने तर्क दिया था कि महिलाओं का दर्द सुनने के बाद गुस्से में आकर उन्होंने पत्थर मारा था।

महिलाओं का अपमान हुआ तो सिर फोड़ दूंगी
पत्थर मारने की घटना के बाद एक चैनल से उमा ने कहा ‘मैं तो ऐसी ही प्रतिक्रिया देती हूं। चाहे गौमाता पर अत्याचार हो या महिलाओं पर अत्याचार। वह तो अच्छा हुआ कि शराब की बोतलें थीं, लेकिन महिलाओं का अपमान यदि कोई पुरुष भी करेगा, तो मैं उसका भी सिर फोड़ दूंगी।’ मैंने पत्थर मारने से पहले दुकान पर काम करने वालों को साइड में कर दिया था। प्रशासन को एक हफ्ते का समय दिया है। उस शराब दुकान को तो हटाना ही होगा।