उमा भारती ने दिग्विजय की सलाह मानी,भाषा सुधारने का भरोसा दिलाया, पत्र में लिखा – आप भी ऐसा कर सके तो कर लें

687

भोपाल: मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता उमा भारती ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को पत्र लिखकर उनकी सलाह के लिए धन्यवाद देते हुए अपनी भाषा सुधारने का भरोसा दिलाया है।

उन्होंने पत्र में लिखा है कि ये बिल्कुल वैसा ही हो गया जैसा रामायण में लिया है ‘पर उपदेश कुशल बहुतेरे!’ उमा भारती के वायरल वीडियो में ब्यूरोक्रेसी के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की गई थी, बाद में उन्होंने इस टिप्पणी पर माफ़ी भी मांग ली थी।
उमा भारती के ब्यूरोक्रेसी पर दिए विवादित बयान पर दिग्विजय सिंह ने उनसे माफी मांगने को कहा था। इस बयान को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने घोर आपत्तिजनक बताते हुए कहा था कि उन्हें अपने इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए। उमा भारती ने कहा था ‘ब्यूरोक्रेसी की औकात कुछ नहीं होती है, बल्कि चप्पल उठाने वाली होती है और हमारी चप्पल उठाती है.’ इस पर अब कांग्रेस ने कहा कि उमा को अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा ‘उमा आप मेरी छोटी बहन के नाते मुझे कम बोलने के लिए चेताती रही हैं। लेकिन, आपने नौकरशाहों के खिलाफ जो अपशब्दों का उपयोग किया, वे घोर आपत्तिजनक है। भारतीय संविधान में ब्यूरोक्रेसी नियम व कानून के अंतर्गत निष्पक्षता से कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे आपके नौकर नहीं हैं, चप्पल उठाने वाले लोग नहीं हैं। आप (उमा भारती) केंद्रीय मंत्री रही हैं, मुख्यमंत्री रही हैं। इस प्रकार की टिप्पणी आपको नहीं करनी चाहिए. आपको माफी मांगनी चाहिए।’

जो कहा था उमा भारती ने
उमा भारती ने यह बात शनिवार को भोपाल में पिछड़े वर्ग के एक प्रतिनिधिमंडल से अनौपचारिक बातचीत करते हुए कही, जिसे सोशल मीडिया पर भी शेयर किया गया। यह वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ने नौकरशाही के खिलाफ अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर खेद प्रकट किया।

दिग्विजय को उमा ने क्या कहा था
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कांग्रेस के दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष करते हुए पिछले दिनों कहा था कि उनकी जुबान ही उनकी सबसे बड़ी दुश्मन है। उमा भारती ने उन्हें सलाह देते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को अपनी जुबान पर कंट्रोल रखना चाहिए। दिग्विजय सिंह का कोई दुश्मन नहीं है। सबसे बड़ा दुश्मन उनकी जीभ है और उनकी जीभ खराब है, इसलिए वे ऐसी बातें बोलते हैं। उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा से लाखों वोटों से हारने के बाद भी उन्होंने सबक नहीं सीखा, उनकी इसी बदजुबानी के कारण आज उनसे हिंदू और मुस्लिम सब नफरत करते हैं। उमा भारती ने कहा कि बाकी सब ठीक है लेकिन उनकी जीभ ही उनकी सबसे बड़ी दुश्मन है।

देखिए उमा भारती का पत्र जो उन्होंने दिग्विजय सिंह को लिखा है

UMA DIGVIJAYY