Bhopal : शराब मुक्ति एवं नशा मुक्ति के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती लम्बे समय से बयानबाजी कर रही हैं। उन्होंने पहले 14 जनवरी से इस मामले में आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी थी। फिर उसे बढाकर 14 फ़रवरी किया।
लेकिन, प्रदेश में वे ऐसा कोई आंदोलन खड़ा नहीं कर सकी। प्रदेश सरकार पर भी उन्होंने कोई उंगली नहीं उठाई।
अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद इस दिशा में उनसे भेंट की और विचार जाने।
CM ने खुद तीन ट्वीट किए कि आज वृक्षारोपण के पश्चात मेरी भेंट आदरणीय उमाश्री भारती जी के निवास पर उनसे हुई। शराब मुक्ति एवं नशा मुक्ति के संबंध में उनकी सामाजिक चिंताएं हैं।
आज वृक्षारोपण के पश्चात मेरी भेंट आदरणीय उमाश्री भारती जी के निवास पर उनसे हुई। शराबमुक्ति एवं नशामुक्ति के संबंध में उनकी सामाजिक चिंताएं हैं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 10, 2022
शराब मुक्ति एवं नशा मुक्ति के संबंध में आदरणीय दीदी की चिंता पर मैंने उनसे अनुरोध किया कि मध्यप्रदेश में नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए सरकार, जनप्रतिनिधियों, नागरिकों और सामाजिक संस्थाओं के साथ जन जागरण अभियान चलाएगी।
शराबमुक्ति एवं नशामुक्ति के संबंध में आदरणीय दीदी की चिंता पर मैंने उनसे अनुरोध किया है कि मध्यप्रदेश में नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए सरकार, जनप्रतिनिधियों, नागरिकों और सामाजिक संस्थाओं के साथ जनजागरण अभियान चलाएगी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 10, 2022
आदरणीय दीदी इस अभियान में सहयोग करें। ऐसा अनुरोध मैंने उनसे किया है। हम सब मिलकर एक स्वस्थ, सबल समाज के निर्माण और नशा मुक्ति के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
आदरणीय दीदी इस अभियान में सहयोग करें ऐसा अनुरोध मैंने उनसे किया है । हम सब मिलकर एक स्वस्थ, सबल समाज के निर्माण और नशामुक्ति के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 10, 2022
मुख्यमंत्री की इस पहल पर उमा भारती की तरफ से कोई जवाब नहीं आया क्योंकि, ये पहली बार है, जब मुख्यमंत्री ने स्वयं उनके नशा मुक्ति और शराब मुक्ति अभियान के पक्ष में बात कही है।
लेकिन, अभी ये स्पष्ट नहीं हुआ कि इसकी रूपरेखा क्या होगी। ये बात भी सामने नहीं आई कि उमा भारती ने शराब मुक्ति से प्रदेश को राजस्व से होने वाले नुकसान की भरपाई का कोई फार्मूला सामने रखना चाहा था, वो क्या था!
उमा भारती का अलग ट्वीट
मैं आज भोपाल जिले के ग्राम तरावली में देवी जी के मंदिर को प्रणाम करके ग्राम गुनगा में पहुंची। जहां पर कि निषिद्ध स्थान पर शराब की दुकान है। मेरे वहां पहुंचते ही लोग इकट्ठे हुए एवं उन्होंने मुझसे इस दुकान को हटाने की मांग की तथा मेरे इस कार्य में सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।