Uma Bharti: उमा ने शराब मुक्ति अभियान को गऊ पालन से जोड़ा, ओरछा में दुकान के सामने खड़ी की गायें
भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अब शराब का विरोध करने के साथ गऊ अदालत लगाएंगी। इस दौरान उनके द्वारा शराब छोड़ो दूध पियो, गौपालन करो का संदेश दिया जाएगा। इसके लिए ओरछा में रामराजा के दरबार में हाजिरी लगाने के बाद उनके द्वारा शराब दुकान के सामने गायों को खड़ा कर शराब बंदी और गौरक्षा का संदेश भी दिया गया।
गुरुवार सुबह किए गए ट्वीट के जरिये पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा कि कल रात वे यहां पहुंचीं थीं तो ओरछा नगरी के मुहाने पर स्थित शराब की दुकान के बगल में खुले अहाते में अलाव जलाया गया था। यहां उन्होंने बेसहारा गायों को देखा है। इसलिए अब शराब मुक्ति अभियान को दूसरी तरह से संचालित करेंगी। उन्होंने लिखा कि अब हमारी पहली गऊ अदालत मऊरानीपुर के पास स्थित केदारेश्वर महादेव के पास 10 से 15 फरवरी के बीच में लगेगी जिसमें हमारा किसानों एवं समस्त समाज से अनुरोध होगा कि शराब छोड़ो दूध पियो, गऊ का पालन करो।
1. शराब की नीति, लोग शराब ना पिए इसके लिए होती है। शराब की नीति बनाने का काम जनप्रतिनिधियों का है क्योंकि यह एक सामाजिक जनहित का विषय है। इस पर अधिकारी या शराब के ठेकेदार बिल्कुल दखल नहीं दे सकते। @OfficeofSSC
— Uma Bharti (@umasribharti) February 1, 2023
उमा के अनुसार गौशालाओं से गाय को नहीं बचाया जा सकता क्योंकि करोड़ों की संख्या में गाय बेसहारा हो गई हैं। सरकार की जगह समाज को इनके संरक्षण का प्रारंभ करना होगा। गौवंश पूरी तरह से हमारी सामाजिक अर्थव्यवस्था की जिम्मेवारी है। शराब वितरण पर नियंत्रण सरकार की जिम्मेवारी है लेकिन गौ पालन, गौ संरक्षण एवं गौ संवर्धन, यह पूर्णतया समाज की जिम्मेवारी है। उमा के अनुसार आज भगवान राम राजा सरकार के दरबार में शराब की दुकान के सामने गाय खड़ी करके यही अपील वे कर रही हैं कि शराब पर नियंत्रण सरकार का धर्म और गऊ की सेवा समाज का धर्म है। उन्होंने सरकार एवं समाज से अपने-अपने धर्म का पालन करने का आग्रह किया।