श्री महाकालेश्वर मंदिर में 21 सितंबर से प्रारंभ होगा उमा- सांझी महोत्सव

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(उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट)

उज्जैन। सृष्टि के सृजनकर्ता भगवान शिव एवं माँ (पार्वती) उमा का पुरूष एवं प्रकृति के उत्सव का रूप श्री महाकालेश्वर मंदिर में उमा-सांझी महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह महोत्सव अश्विन कृष्ण पक्ष एकादशी से अश्विन शुक्ल द्वितीया तक मनाया जाता है। उमा-सांझी का पूजन लोक परंपरा व प्राचीन संस्कृति पर आधारित है।

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श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा इस वर्ष 21 सितंबर से 27 सितंबर तक उमा–सांझी महोत्सव मनाया जावेगा ।
पारंपरिक पूजन के अंतर्गत 21 सितंबर को श्री उमा माता की घट स्थापना व परंपरागत पूजन-अर्चन के साथ महोत्सव का प्रारंभ होगा। सायं आरती के पश्चात चारों वेदों के ब्राम्हणों द्वारा वसंत पूजा (वेद पाठ) होगी। प्रतिदिन सभामंडप में मंदिर के पुजारी/पुरोहितों परिवार द्वारा श्री अन्न‍पूर्णा मंदिर के पास रखे प्राचीन पत्थर पर रंगोली से संझा बनायी जावेगी । सभामंडप में प्रतिदिन बाबा महाकाल एवं माता उमा के विभिन्न मुखोटों की झाँकी सजाई जाएगी, बाबा महाकाल कोटितीर्थ कुण्ड में नौका विहार करेंगे। महोत्सव के चलते बाबा महाकाल की संध्या आरती के पश्चात शास्त्रीय एवं लोक नृत्य, वादन एवं गायन के विभिन्न कार्यक्रम होंगे । 25 सितंबर अमावस्या‍ पर रात्रि जागरण होगा एवं अश्विन शुक्ल द्वितीया 27 सितंबर को सायं 4 बजे वर्ष में एक बार निकलने वाली माता श्री उमा की सवारी संझा विसर्जन हेतु क्षिप्रा तट पर पहुचेगी एवं नगर भ्रमण करते हुए पुनः मंदिर लौटेगी ।