Umang Singhar : शिवराज सिंह किसानों को भूल गए, ख़राब सोयाबीन फसल का सर्वे तक नहीं!

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Umang Singhar : शिवराज सिंह किसानों को भूल गए, ख़राब सोयाबीन फसल का सर्वे तक नहीं!

सरकार लाड़ली बहनों को 3 हजार नहीं दे पा रही, 5 हजार का आश्वासन दे आए

Bhopal : मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह मध्यप्रदेश से मलाई खाकर दिल्ली पहुंच गए और किसानों को भूल गए। आज मध्य प्रदेश के सोयाबीन उत्पादक किसान परेशान है, पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। फसल ख़राब हो गई, पर सर्वें नहीं हुआ और न मुआवजा दिया गया। इसके बाद आज सिर्फ 20% सोयाबीन की खरीद हो रही है।

नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने शुक्रवार को पत्रकारों से कई मुद्दों पर बातचीत की। उन्होंने मीडिया के कई सवालों के जवाब दिए और केंद्र और भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने लाड़ली बहना योजना, सोयाबीन खरीद और फसल का सर्वे न कराए जाने पर सवाल उठाए। कहा कि शिवराज जी खुद को किसान का बेटा बोलते थे, पर दिल्ली जाकर किसानों को भूल गए। यदि शिवराज जी चाहते हैं और वे किसानों के हितेषी हैं, तो आप सोयाबीन 20% ही क्यों खरीद रहे हैं!

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मध्यप्रदेश देश का सबसे बड़ा सोयाबीन उत्पादक प्रदेश है। केंद्र और कृषि मंत्रालय को सोयाबीन का एक-एक दाना खरीदना चाहिए। सोयाबीन की फसल ख़राब भी हुई है। पर सरकार न तो मुआवजा दे रही है और न सर्वे करवा रहे हैं। यदि वे चाहते तो दो दिन में पूरे प्रदेश की सोयाबीन फसलों का सेटेलाइट सर्वे हो सकता था। सरकार के पास सारे संसाधन और अमला है, पर सर्वे नहीं किया गया।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार के पास सारी सुविधाएं और संसाधन है। रेवेन्यू अधिकारी हैं कलेक्टर हैं। दो दिन में सर्वे हो सकता था। लेकिन, सरकार न तो सर्वे करवा रही है और न मुआवजा दे रही है। हर तरह से किसानों को गुमराह किया जा रहा है। यदि मध्य प्रदेश सरकार चाहती और शिवराज जी चाहते तो तत्काल सर्वे करवाकर किसानों को मुआवजा दिया जा सकता था। वास्तव में शिवराज जी मध्य प्रदेश के किसानों को मूर्ख बना रहे हैं।

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उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि भाजपा नारी शक्ति की बात करती है, तो बहनों को ₹3000 क्यों नहीं दे रही? मुख्यमंत्री मोहन यादव बीना जाकर ₹5000 महीने की बात करके आए, जबकि वे अभी तक ₹3000 भी नहीं दे पाए हैं। मुझे तो जानकारी मिली है कि सरकार लाड़ली बहना योजना को बंद ही करने वाली है। अब सरकार दावा करे कि कब बहनों को ₹3000 मिलेंगे और यह योजना चालू रहेगी।