Umang Singhar’s Allegations : चाईना डोर पर कार्रवाई नहीं करने के लिए जिला प्रशासन दोषी!
धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को इस पर ध्यान देना चाहिए। उमंग सिंघार धार पहुंचे और उन्होंने यहां चाईना डोर से मृत हुए बालक कनिष्क के घर पहुंचकर उसके परिजनों से मिले और शोक संवेदनाएं व्यक्त की। चाईना डोर पर कार्रवाई नहीं करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को उन्होंने दोषी बताया।
उन्होंने पीड़ित परिवार के अन्य बच्चों की पढाई के लिए 20 हजार रूपए की मदद भी की। साथ ही पीड़ित परिवार को 50 हजार रूपए और देने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है। धार में कल एक कॉलेज छात्रा का अपहरण हुआ। इस घटना ने कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
उमंग सिंघार ने कहा कि आप भी देख रहे है कि इस प्रकार की घटनाएं क्यों अचानक हो रही है। क्या प्रशासन इसको लेकर पहले से जागरूक नहीं था। आप डीजे पर प्रतिबंध लगाते हो, जबकि कल मुख्यमंत्री इंदौर आए तो वहां खुलेआम डीजे बज रहे थे। इसी प्रकार आपको यदि मांझे पर प्रतिबंध लगाना था तो संक्रांति से पहले ही कानून व्यवस्था करना थी, तो ये लापरवाही है। फिर वो चाहे प्रशासनिक लापरवाही हो क्यों न हो!
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था लचर हो गई है। धार में कॉलेज की छात्रा अपहरण जैसी कई घटनाएं रोज होती है। ये मुख्यमंत्री को समझना चाहिए कि गृह विभाग आपके पास है, तो ये आपकी जिम्मेदारी है। आप कड़ाई से कानून का पालन करवाएं और अधिकारियों को निर्देश दे कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
जहां तक मांझे से अपने बच्चे को खोने वाले परिवार की बात है, तो इस परिवार की प्रति मेरी संवेदना है और सरकार जो भी मदद करे वो अपनी जगह। लेकिन, मेरी तरफ से मैं इस परिवार को 50 हजार की मदद परिवार बच्चों की पढाई के लिए दे रहा हूँ। 20 हजार रूपए की सहायता तत्काल दे रहा हूं।
उमंग सिंघार ने कहा कि भाजपा सरकार अभी लोकसभा चुनाब के मूड में है और पूरी तरह मदहोश है। यही कारण है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था लचर होती जा रही है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि घर-घर में, दिल-दिल में और कण-कण में राम बसे है। समय आएगा तो वे जरूर अयोध्या जाएंगे। आस्था सिर्फ मंदिर जाने से ही नहीं होती आस्था आपके दिल से होना चाहिए।