छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: जिले में तेंदुए को लेकर अब सियासी हलचल शुरू हो गई हैं जिसके चलते विधायक ने वन मंत्री को पत्र लिखा है और कहा है कि 3 दिन से शहर में घूम रहे तेंदुए को वन विभाग अब तक नहीं पकड़ सका है तो वहीं वन विभाग का कहना है कि हमारे पास तेंदुए को पकड़ने रेस्क्यू करने के जरूरी संसाधन और टीम नहीं है और पुलिस प्रशासन का सहयोग भी नहीं है जिसके लिए DFO ने खुले तौर पर विधायक से इसकी मांग की है जहां विधायक ने वन मंत्री से बात कर उन्हें पत्र लिखा है।
छतरपुर वन मंडल को वन्य जीवों के रेस्क्यू के लिए स्थायी रूप से प्रशिक्षित स्टाफ एवं संसाधन उपलब्ध कराने के लिए छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी ने वन मंत्री श्री विजय शाह को पत्र लिखा है।
विधायक का पत्र..
क्र. A-930
प्रति,
श्रीमान विजय शाह जी
वन मंत्री म.प्र. शासन, भोपाल
दिनांक 25/12/2021
विषय: छतरपुर वन मंडल को वन्य जीवों के रेस्क्यू के लिए स्थायी रूप से प्रशिक्षित स्टाफ एवं संसद उपलब्ध कराने बाबत्।
महोदय
जैसा कि आपको ज्ञात है छतरपुर जिला चारों तरफ से घने जंगलों से घिरा हुआ है। इसकी एक दिशा में पन्ना नेशनल पार्क का विशाल वन क्षेत्र है तो वहीं दूसरी तरफ इसका बफर जोन सहित केल पडियाल सेंचुरी मौजूद है। इस कारण पिछले कुछ वर्षों में छतरपुर जिले की रिहायशी बस्तियों में वन्य जीवों का खतरा बढ़ गया है। प्रति वर्ष नेशनल पार्क से सटे ग्रामीण इलाकों एवं जंगली जीवों के द्वारा अाभ लोगों पर जानलेवा हमला किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं तो पिछले एक माह से तेंदुए जैसे खतरनाक जंगली जीवों का मूवमेंट शहरी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है।
दिनांक 28 एवं 27 नवंबर 2021 को जिले के नौगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लुगासी में एक दुर के द्वारा वन विभाग के दो डिप्टी रेंजर स्तर के अधिकारियों पर जानलेवा हमला किया गया। इसके बाद दिनांक 23 दिसम्बर 21 से लेकर 25 दिसम्बर 21 तक एक जंगली तेंदुआ लाखों लोगों की आबादी वाल जिला मुख्यालय छतरपुर में सक्रिय रहा। इस तेंदुए को शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी रात्रि के दी गया लेकिन वन विभाग तीन दिनों तक इस तेंदुए को रेस्क्यू करने में नाकाम रहा। उक्त घटनाएं किसी अनहोनी को जन्म दे सकती हैं आपके विभाग द्वारा बताए गया है कि छतरपुर वन मंडल के पास इस तर के जंगली जानवरों का रेस्क्यू करने हेतु प्रशिक्षित वनकर्मी एवं संसाधन उपलब्ध नहीं है। उन्हें पीटाईगर रिजर्व की प्रशिक्षित टीम का इंतजार करना पड़ता है। अतः भविष्य में कोई अनहोनी घटित न हो इसके लिए आपसे आग्रह है कि तत्काल ही छतरपुर वन मंडल को धन्य जीवों का रेस्क्यू करने हेतु प्रशिक्षित स्टाफ एवं आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएं एवं वर्तमान में छतरपुर शहर में चल रही तेंदुए की सक्रियता का निदान करें।
धन्यवाद सहित
आपका
आलोक चतुर्वेदी
विधायक