Underpass : अंडरपास के सामने टर्निंग प्वाइंट बनाए तभी जाम से मुक्ति!
Indore : बायपास पर अंडरपास की व्यवस्था ख़राब होने से नियमित रूप से जाम की स्थिति बनती है। दो पहिया और चार पहिया वाहनों के गुत्थमगुत्था होने से हालत बिगड़ती है। इससे निपटने के लिए शहर के एक सीनियर इंजीनियर ने सलाह दी है कि अंडरपास पर 120 बाय 60 फीट का टर्निंग प्वाइंट बनाया जाए तो जाम नहीं लगेगा।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा बनाए गए बायपास पर विभिन्न मार्गों के जंक्शन पर अंडरपास बनाए गए हैं। इन अंडरपास में रोज जाम की स्थिति बन रही है। इन रास्तों पर स्कूल बस और बड़े वाहनों के कारण सभी छोटे-बड़े वाहन उलझकर रह जाते हैं। सिविल इंजीनियर अतुल सेठ का कहना है कि यहां स्कूल के बच्चों से लेकर आम जनता परेशान होती है, उसका हल आसानी से हो सकता है।
इसके लिए अंडरपास के दोनों तरफ मात्र 120 फीट बाय 60 फीट की जगह पर टर्निंग प्वाइंट बनाकर डिवाइडर लगाने से जाम की स्थिति कभी भी निर्मित नहीं होगी। इस बारे में एनएचआई और स्थानीय शासन ने विचार करना चाहिए। ज्ञात हो कि इससे पूर्व भी उन्होंने शासन को पिपलिया बंगाली ब्रिज तथा उज्जैन रोड के लव कुश चौराहे पर प्रस्तावित एमआर-10 और सुपर कॉरिडोर की तरफ बनने वाले ब्रिज को लेकर सलाह दी थी कि ब्रिज को अधिक उपयोगी बनाने के लिए यहां पर ब्रिज सुपर कॉरिडोर और एमआर – 10 को जोड़ती हुई सड़क पर बनाने की जगह इंदौर-उज्जैन रोड पर बनना चाहिए।
ब्रिज का लाभ नहीं मिलता
रिंग रोड के तीन इमली, पिपलियाहाना चौराहा और बंगाली चौराहा पर बने ब्रिज के कारण रिंग रोड के वाहन चौराहे पर नहीं रुकते, जबकि शहर से बाईपास की तरफ जाने वाले और बाईपास से शहर की तरफ आने वाले वाहनों की संख्या रिंग रोड पर चलने वाले वाहनों की अपेक्षा बहुत अधिक है। इससे इन तीनों ब्रिज का लाभ बहुत कम वाहनों को मिलता है वहीं दूसरी तरफ ब्रिज के दोनों तरफ सर्विस रोड पर भी वाहनों का दबाव अधिक हो गया है।