उज्जैन । विश्व प्रसिद्ध एवं सर्व प्रमुख ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में दर्शनार्थियों क़े निर्बाध दर्शन एवं पूजन अर्चन का सिलसिला जारी है. दर्शन सुविधा की सभी व्यवस्थाएँ चाक चौबंद की जाकर, सम्पूर्ण सफ़ाई, पीने के लिए आर ओ जल की जगह जगह व्यवस्था, हाईजिन व सुरक्षा क़े साथ ही जानकारी प्रदान करने के लिए 24 * 7 की कंट्रोल रूम व्यवस्था के साथ पूछताछ व सत्कार कार्यालय सतत सेवा प्रदान कर रहे हैं।
मंदिर प्रशासक श्री गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि त्यौहार व अवकाश सीजन के चलते दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ जाती है। मंदिर द्वारा उसी अनुपात में सभी आवश्यक सेवाओं में बढ़ोतरी की गई है जिससे सभी श्रद्धालु गण मन्दिर से सुखद अनुभव लेकर जावें.
श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन होने वाली सभी आरती, पूजन का सम्पूर्ण निर्वहन मन्दिर पूजारीगण व पुरोहित गण द्वारा विधि विधान से समय पर किया जा रहा है.
ज्ञातव्य है कि भूत भावन भगवान बाबा महाकाल के पूजन दर्शन व अनुष्ठान हेतु देश विदेश से प्रतिदिन हज़ारों श्रद्धालू मंदिर आते हैं एवं यज्ञ-हवन आदि अनुष्ठान भी करते हैं. मंदिर की यज्ञशाला की प्रतिदिन बुकिंग होकर सभी परंपरागत पूजन निरंतर निर्विघ्न जारी हैं.
मन्दिर में वर्तमान में विधिवत अनुमति के साथ सीमित समय मे फ़िल्म की शूटिंग का कार्य दर्शन क्षेत्र से भिन्न कोर्टयर्ड/ परिसर में चल रहा है. फ़िल्म यूनिट द्वारा चित्रांकन की स्क्रिप्ट व संवाद की एक प्रति कार्यालय को दी जाकर, उसके पूर्ण रूपेण सम्मानपरक व धर्म सम्मत होने की पुष्टि की गई है. मन्दिर में पूर्व में भी मंगल सूत्र, चल काँवरिया, जहां सती वहाँ भगवान फ़िल्म सहित अनेक धारावाहिकों की शूटिंग हुई है शूटिंग के दौरान यह भी ध्यान में रखा गया है कि पूजन -अर्चन की पवित्रता व आस्था की परम्परा अक्षुण्य बनी रहे।
उक्त शूटिंग के संबंध में कतिपय गैर ज़िम्मेदार व्यक्ति अज्ञानता के अधीन होकर भ्रामक जानकारी फैलाते बताए गए हैं जैसे भगवान के भोग में देरी होना आदि जबकि वस्तुस्थिति यह है कि पूरी जिम्मेदारी के साथ मन्दिर प्रशासन द्वारा मन्दिर, गर्भगृह की पूजन परम्परा के पूर्ण निर्वहन व निर्विघ्न दर्शन की सौ प्रतिशत सुनिश्चितता रखी गई है जिससे सम्पूर्ण पूजन-दर्शन आनंदमय होकर कंही कोई विचलन नही है.
मन्दिर प्रबंध समिति अध्यक्ष व जिला कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कहा कि चलचित्र के धनात्मक चित्रांकन से न सिर्फ धर्म का महत्व प्रतिपादित होकर जन सामान्य तक पंहुचेगा बल्कि उज्जैन की मोक्षदायिनी पुण्य सलिला भूमि के जन प्रसार से धार्मिक पर्यटन के साथ ही हमारी प्राचीन परंपरा, अनमोल विरासत, धरोहर का महत्व भी सभी समझ सकेंगे. कलेक्टर श्री सिंह स्वयं न सिर्फ मंदिर की निरंतर छोटी से छोटी व्यवस्था की मॉनिटरिंग व निरीक्षण करते हैं बल्कि सतत अनुदेश देने के साथ ही क्रियान्वयन अनुपालन भी सुनिश्चित करते हैं.