केंद्रीय मंत्री आठवले का नया सियासी पैतरा, पंजाब में भाजपा को मजबूत कर रहे और यूपी में मांग रहे हिस्सेदारी

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इंदौर से प्रदीप जोशी की रिपोर्ट

इंदौर। केंद्र की हर सरकार में सहयोगी की भूमिका निभाने वाले आरपीआई लीडर रामदास आठवले फिलहाल एनडीए के सहयोगी है और इसी सहयोग की बदोलत वे केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय की कमान संभाले हुए है। महाराष्ट्र से बाहर अपनी पार्टी का वजूद बनाने की जुगत भिड़ा रहे आठवले इन दिनों एक अलग सियासत चल रहे है। शनिवार को केंद्रीय मंत्री आठवले इंदौर प्रवास पर थे। इस दौरान इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस से मीलिए कार्यक्रम में उन्होंने मीडिया से हर विषय पर खुल कर बात की। इस चर्चा में आठवले की सियासी परिपक्वता साफ नजर आ गई। पंजाब में भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने के प्रयास कर रहे आठवले यूपी में भाजपा से हिस्सेदारी मांग रहे है। भाजपा के दूत के रूप में वे पंजाब में सक्रिय है और पूरजोर कोशिश में है कि निवृत्तमान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भाजपा में शामिल हो जाए। दुसरी तरफ यूपी चुनाव पर भी उनकी नजर है। अगले माह रिपब्लिकन पार्टी के बैनर तले लखनऊ में दलित सम्मेलन और एक बड़ी रैली होने वाली है। एक लाख से ज्यादा लोगों का जमावड़ा कर वे अपना वजूद दिखाना चाह रहे है। कारण भाजपा से कुछ सीटों पर हिस्सेदारी लेना है। बहरहाल दो राज्यों में आठवले के प्रयास कितने सफल होंगे यह समय बताएंगा।

कैप्टन का सम्मान भाजपा में ही है
केंद्रीय मंत्री आठवले ने कहा कि कांग्रेस पंजाब और राजस्थान में टूट के कगार पर है। देश के अन्य राज्यों में भी वो धीरे धीरे खत्म होती जा रही है। पंजाब में कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया। उन्होंने बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह से चर्चा कर भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है। वे बोले की मेरा मानना है कि अपमानित होने से बेहतर है कि वो अच्छा विकल्प चुने। भाजपा में ही उनका सम्मान बना रहेंगा। राजस्थान के संबंध में आठवले ने कहा कि सचिन पायलट को अपना दल बना लेना चाहिए ताकि भाजपा के सहयोग से वो राजस्थान की सत्ता प्राप्त कर सके।

बसपा को रोकने के लिए जरूरी है आरपीआई
आठवले ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी का यूपी में पहले से वजूद है। चौधरी चरणसिंह की सरकार में भी आरपीआई हिस्सेदार थी। बसपा के प्रभाव को रोकने के लिए भाजपा को चाहिए कि आरपीआई को सहयोग करे। उन्होंने बताया कि अगले माह यूपी में एक बड़ा दलित सम्मेलन और रैली आयोजित की जा रही है। लखनऊ में होने वाली इस रैली का मकसद पार्टी की ताकत दिखाना है।

मध्यप्रदेश मेरा लाड़ला प्रदेश
केंद्रीय मंत्री आठवले ने मध्यप्रदेश का अपना लाड़ला प्रदेश बताया। उन्होंने दलित आदिवासियों खास कर महिला अत्याचार पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि बाबा साहब का सपना था कि सभी जाति समाजों में समरसता हो। देवास जिले में पांच लोगों का हत्या कर दफनाने की घटना चिंता जनक है। प्रदेश में दलित आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे है तो इस संबंध में वे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से भी चर्चा करेंगे।

महाराष्ट्र की कमान मुझे सौप दी जाए
भाजपा शिवसेना के बीच संबंधों में आई खटास पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में इसी कारण भाजपा की सरकार नहीं बनी है। मेरी कोशिश थी कि दोनों दलों के बीच समझोता हो जाए। आधा आधा कार्यकाल बांटने का सुझाव भी दिया था। फिर चुटकी लेते हुए आठवले ने कहा कि मेरा सुझाव समझ नहीं आ रहा हो तो दोनों पार्टी मुझे समर्थन देकर सीएम बना दे।

यह भी बोले केंद्रीय मंत्री आठवले
– जातिगत जनगणना नहीं होना चाहिए, इससे जातिवाद को बढ़ावा मिलेगा
– आरक्षण में घुमन्तु जाति के लिए अलग से प्रावधान करने की जरूरत है
– गरीब सवर्णो के आरक्षण के पक्ष में रहा हूं , मोदी जी ने इसे मान्य कर अच्छा काम किया
– महाराष्ट्र में क्षत्रिय मराठा समाज को भी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए
– मध्यप्रदेश में मिहिर राजा के नाम पर विवाद क्यों?  राजा तो सबका होता है
– महंगाई पर केंद्र सरकार गंभीर है थोड़ी मदद राज्य सरकारों को भी करना चाहिए
– किसान आंदोलन लोकतंत्र का अधिकार, पर इस आंदोलन में पूरे देश के किसान नहीं है