Unique IAS Officer : रिटायरमेंट से पहले इस IAS की 4 उपलब्धियों का डंका बज रहा, सक्रियता में नए अफसरों को पीछे छोड़ा!

जानिए, कौन है ये IAS अधिकारी जिसने अपने आखिरी कार्यकाल में नए कीर्तिमान बनाए!

1402

Unique IAS Officer : रिटायरमेंट से पहले इस IAS की 4 उपलब्धियों का डंका बज रहा, सक्रियता में नए अफसरों को पीछे छोड़ा!

Jhunjhunu (Rajasthan) : राजस्थान प्रशासनिक सेवा से आईएएस बने झुंझुनूं के कलेक्टर रामावतार मीणा ने अपने रिटायरमेंट से पहले कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कर ली और वे इन दिनों सुर्खियों में हैं। उन्होंने बिना अवकाश लिए 265 दिनों तक काम किया, बीस सूत्रीय कार्यक्रम (बीसूका) रैंकिंग में जिले को प्रदेश में पहला स्थान दिलाया और आयुष्मान कार्ड ई-केवाईसी में भी प्रथम रहे। देश सेवा करते शहीद हुए सैनिकों के 11 परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति दिलाना भी उनकी उपलब्धियों में शामिल है।

अक्सर रिटायरमेंट नजदीक आने से साथ ही कई अधिकारी अपने आखिरी छह महीनों में कार्य को औपचारिकता के तौर पर करते हैं। उनके काम की गति धीमी हो जाती है। लेकिन राजस्थान के झुंझुनूं के जिला कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट रामावतार मीणा की अपने रिटायरमेंट के पहले किए गए अपने कामों को लेकर सुर्खियों में है। मीणा का रिटायरमेंट 31 अगस्त 2025 को होने वाला है। लेकिन भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त पहले ही झुंझुनूं जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट रामावातर मीणा ऐसे चार बड़ी उपलब्धियां हासिल की है, जिसके चलते वो सुर्खियों में हैं।

● पहली उपलब्धि : 265 दिनों में एक भी अवकाश नहीं 

रामावतार मीणा ने 7 सितंबर 2024 को झुंझुनूं के कलेक्टर का पदभार ग्रहण किया था। तब से लेकर आज तक लगातार 265 दिनों तक बिना एक दिन की छुट्टी लिए बिना वे अपनी ड्यूटी पर डटे रहे हैं। आमतौर पर प्रशासनिक अधिकारी छुट्टियों का लाभ उठाते हैं, लेकिन मीणा ने खुद को जनसेवा के लिए समर्पित कर रखा है। उनके कार्यालय में सुबह 9: 30 से रात 8 बजे तक सक्रिय उपस्थिति रहती है। अवकाश के दिन भी वे परिवादियों से मिलकर समस्याओं का समाधान करते हैं। जिला कलेक्टर रामातवार मीणा ने बताया कि जनसेवा के लिए राज्य सरकार ने जो दायित्व सौंपा है, उसे वे पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। जिलेवासियों को सुशासन का पूरा लाभ मिले, यही उनका ध्येय है।

● दूसरी उपलब्धि : झुंझुनूं को प्रदेश में पहला स्थान

राज्य सरकार की बीस सूत्री कार्यक्रम (बीसूका) रैंकिंग में झुंझुनूं ने कलेक्टर मीणा के नेतृत्व में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए राजस्थान में ‘नंबर वन स्थान’ हासिल किया है। जिला प्रशासन ने 30 में से 28 अंक अर्जित किए, जो कि किसी भी जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है। बीसूका के 10 विभागों में से 9 में झुंझुनूं को ए-ग्रेड मिला है। योजना विभाग और मुख्य आयोजना अधिकारी की रिपोर्ट में इस उपलब्धि को कलेक्टर मीणा की सतत मॉनिटरिंग और मार्गदर्शन का प्रतिफल बताया गया है।

● तीसरी उपलब्धि : आयुष्मान कार्ड ई-केवाईसी में प्रदेश में प्रथम

सरकार की बड़ी योजानओं में से एक ‘मा योजना’ के तहत झुंझुनूं जिला आयुष्मान कार्ड ई-केवाईसी में भी प्रदेश भर में पहला स्थान हासिल किया। कुल 519310 लाभार्थियों में से 490054 को सक्रिय कर यह लक्ष्य 94.05% सफलता दर के साथ प्राप्त किया गया। इस अभियान में कलेक्टर रामावतार मीणा के साथ सीएमएचओं और स्वास्थ्य विभाग की भूमिका भी उल्लेखनीय रही, परंतु इसके पीछे की असली ताकत फिर वही रामावतार मीणा का नेतृत्व रहा।

IMG 20250531 WA0017

● चौथी उपलब्धि : 11 शहीदों और सैनिक आश्रितों को सरकारी नौकरी

देशभक्ति और सैनिकों के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाते हुए, कलेक्टर ने महज बीते 8 महीनों में 11 शहीदों एवं सैनिक आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दिलवाई। इसके तहत 8 को कनिष्ठ सहायक, 1 को वाहन चालक, 1 को चतुर्थ श्रेणी कार्मिक तथा 1 को पटवारी पद पर नियुक्त किया गया। झुंझुनूं जिले की पहचान देश में सर्वाधिक सैनिकों एवं शहीदों के जिले के रुप में होती हैं। सैनिकों व उनके परिजनों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए कलेक्ट्रेट में विशेष प्रकोष्ठ भी स्थापित किया गया। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल अनिल पूनिया ने बताया कि मीणा ने इन परिवारों को संबल और सम्मान दोनों देने का कार्य किया है।

कौन हैं रामावतार मीणा

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले से ताल्लुक रखने वाले रामावतार मीणा ने एमफिल के साथ-साथ पत्रकारिता में MJMC की डिग्रियां भी हासिल की हैं। पहले RAS में सेवाएं देने के बाद वे IAS में प्रमोट हुए। झुंझुनूं उनका पहला जिला कलेक्टर के रूप में कार्यक्षेत्र है, और उन्होंने अपने पहले ही कार्यकाल को यादगार बना दिया।