
Unique Initiative of Tribal Family श्री गणेश गौशाला’ बनी उम्मीद का केंद्र, गौशाला में 125 बीमार गायों की कर रहे देखभाल!
Ratlam : जिले के रावटी के पास ग्राम कोटड़ा में एक आदिवासी परिवार बीमार और अस्वस्थ गायों की सेवा में वर्षों से निरंतर जुटा हुआ हैं। गरवाल परिवार द्वारा गणेश गौशाला का संचालन किया जा रहा है। जहां बीमार, लाचार और बेसहारा गायों को रखा जाकर उनकी देखभाल की जाती है। हाल ही में गौशाला में 125 गायें हैं जिनकी देखरेख गरवाल परिवार कर रहा हैं। गायों की देखभाल का दायित्व रुपाजी गरवाल परिवार एवं उनके परिजनों द्वारा किया जा रहा है। कुछ वर्ष पहले एक विवाद में घायल होने के बाद रुपाजी लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहे थे। स्वास्थ्य लाभ के दौरान उन्होंने बीमार और असहाय गायों की पीड़ा देखी और उन गायों की देखभाल का संकल्प लिया।
इसके बाद वह राजस्थान के पाटी गांव की एक गोशाला में पहुंचे और वहां निशुल्क सेवा की और इसके बाद वह गोशाला से प्रेरणा लेकर रतलाम पहुंचे और गोशाला की शुरूआत की शने-शने आसपास के क्षेत्र की बिमार और बेसहारा गायों को इस गोशाला में लाया गया और धीरे-धीरे उनकी संख्या बढ़ती गई। आज समाजसेवियों के सहयोग से गोशाला का संचालन सुव्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है।

बता दें कि गौशाला मुख्य मार्ग से लगभग 3 किलोमीटर अंदर स्थित होने के कारण भोजन सामग्री और अन्य सहयोग जुटाने में लगातार कठिनाइयां आती हैं। इसके बावजूद ग्रामवासियों के सहयोग से बीमार एवं लाचार गायों को समय पर सुरक्षित रूप से गौशाला पहुंचाया जाता है। यह सेवा भावना का अद्भुत उदाहरण है। वाघेला गौ-सेवा जीव दया समिति के प्रमुख दिनेश वाघेला एवं सदस्यों ने गांव पहुंचकर गौशाला का निरीक्षण किया। साथ ही गौशाला के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने वाघेला गौसेवा जीव दया समिति प्रमुख दिनेश वाघेला का स्वागत किया गया।
निरीक्षण के दौरान गौ-मूत्र भंडारण तथा खाद की बिक्री की समस्याएं सामने आईं। समिति ने गौशाला को आगामी समय में 80% आत्मनिर्भर बनाने हेतु आवश्यक सुधारों पर विस्तार से चर्चा की। संचालक रूपाजी गरवाल और उनका परिवार बिना किसी स्वार्थ के दिन-रात गौ-माता की सेवा में लगे हुए हैं।

अतिथियों ने परिवार के इस समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि निस्वार्थ सेवा ही वास्तविक सुख का मार्ग है। राकेश मईडा, रंगलाल झोड़िया, ईश्वर गरवाल, रमेश गरवाल, नानुराम गरवाल, झिथरा वसुनिया, जवरिया डामर सहित समस्त ग्रामवासी मौजूद रहें। जानकारी दिनेश वाघेला ने दी।
दिनेश वाघेला ने बताया कि किस तरह से हम गोबर की खाद, गोमूत्र आदि से धन अर्जित कर गौशाला को संचालित कर सकते हैं। दल में दिनेश वाघेला, बाबूलाल सिसोदिया, रत्नेश विजयवर्गीय, निर्मल अमालिया, संतोष टाक, मोतीलाल जैन, रुपा गरवाल, महेंद्र जाट सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम में राकेश मईडा, रंगलाल झोड़िया, ईश्वर गरवाल, रमेश गरवाल, नानुराम गरवाल, झिथरा वसुनिया, जवरिया डामर सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे!





