Unsafe Expressway : पत्थरबाजों से सुरक्षित नहीं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, रतलाम से झाबुआ के बीच पत्थर बरस रहे!

इन घटनाओं से वाहन चालक घायल हो रहे, अब चौकियां बनाने का प्रस्ताव भेजा!

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Unsafe Expressway : पत्थरबाजों से सुरक्षित नहीं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, रतलाम से झाबुआ के बीच पत्थर बरस रहे!

Indore : देश के सबसे महत्वाकांक्षी 8 लेन एक्सप्रेसवे का करीब 300 किमी का हिस्सा मध्यप्रदेश से गुजरता है। लेकिन, रतलाम से झाबुआ के बीच पत्थरबाज़ी के कारण यह असुरक्षित हो गया। इस कारण शुरू होने के पहले ही यह बदनाम हो गया। झाबुआ-रतलाम के बीच थांदला, माही नदी, शिवगढ़ व रावटी के आसपास पत्थरबाजी की घटनाएं लगातार हो रही है। 80-90 किमी के इस क्षेत्र में रात होते ही गुजरती गाड़ियों पर पत्थर फेंके जाने की वारदात हो रही है। इससे वाहन चालक और उनमे बैठे लोग घायल हो रहे हैं। कुछ मामले में तेज रफ्तार कारों पर पत्थर की मार इतनी घातक पड़ी कि कार की छत में छेद तक हो गया। टूटे कांच लगने और गाड़ियों के दुर्घटनाग्रस्त होने से लोग घायल होकर रतलाम और आसपास की अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।

सड़क के ब्रिज से अंधेरे में बम की तरह पत्थर आकर गाडियों पर गिरते हैं। गोफन से भी निशाना साधा जाता है। इसके बाद हमलावर भाग जाते हैं, घायल लोग टोल नाके पर ही रुकते हैं। टोल पर मौजूद कर्मचारी लोगों को यह सलाह देते हैं कि अंधेरे में 8 लेन पर सफर न करें।

कई स्तर पर प्रयास चल रहे

रतलाम एसपी राहुल लोढ़ा भी मानते हैं कि पत्थरबाजी की घटनाएं हो रही हैं। पुलिस और प्रशासन वारदातों को रोकने के लिए कई स्तर पर प्रयास कर रहा है। क्षेत्र में 4 पुलिस चौकियां बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। रतलाम और झाबुआ के कलेक्टर और एसपी घटना स्थल के आसपास गांवों में कैम्प कर आदिवासी और ग्रामीणों को समझाइश भी दे चुके हैं। लेकिन, लोगों को कहना है कि भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत देश के सबसे महत्वाकांक्षी इस 8 लेन एक्सप्रेस-वे के दायरे में कई किसानों की जमीनें आई हैं। कुछ ग्रामीणों के घर और खेत के बीच में ऊंची सड़क बाधक बन गई। सड़क बनने से उन्हें रोजगार मिलने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

पूर्व विधायक दिलीप मकवाना भी इस पत्‍थरबाजी के शिकार हो चुके। वे परिवार के साथ रतलाम आ रहे थे, तभी यह घटना हुई। उनकी शिकायत के बाद कई दिन पुलिस ने गश्त भी बढ़ाई गई। गांवों में भी पूछताछ की। लेकिन, कोई पकड़ा नहीं गया।

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कारोबारी का परिवार बचा

इस मार्ग से गुजर रहे मंदसौर के पेट्रोल पंप संचालक शैलेंद्र भंडारी की गाड़ी पर अचानक बड़ा पत्थर गिरा और पूरी गाड़ी में कांच बिखर गया। वह परिवार के साथ थे, सभी लोग बाल-बाल बचे। गाड़ी असंतुलित हो गई। कुछ दिन पहले गुजरात से आ रही कार में सवार दंपति और उनके बच्चे लहु-लुहान हो गए। उनका रतलाम में इलाज कराया गया।

केंद्रीय मंत्री को शिकायत भेजी 

मंदसौर के पूर्व विधायक और प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता यशपाल सिंह सिसोदिया ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का ध्यान भी इस समस्या की तरफ आकर्षित कर सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से 8 लेन असुरक्षित हो रहा है। वाहन चालक घायल हो रहे हैं। प्रशासन और पुलिस असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई नहीं कर पा रहा।

पुलिस गश्ती बढ़ाई, चौकियों का प्रस्ताव 

रतलाम के पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा के मुताबिक, झाबुआ-रतलाम के बीच 8 लेन पर हो रही वारदातें रोकने के लिए पुलिस ने गश्त बढ़ाई है। मैंने स्वयं कई बार घटना स्थल के आसपास गांवों में जाकर ग्रामीण और आदिवासियों से बात कर समझाइश भी दी। माही नदी और शिवगढ़ के आसपास माॅनिटरिंग की जा रही है। क्षेत्र में 4 पुलिस चौकियां बनाने का प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया है। इन चौकियों से क्राइम और तस्करी के साथ अन्य गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी।