Unveiling of Statues : बदनावर में महाराणा प्रताप, वल्लभभाई पटेल और राजेंद्र माथुर की प्रतिमाओं का अनावरण समारोह!

अतिथियों ने कहा कि ये प्रतिमाएं हमारी आने वाली कई पीढ़ियों को जागरूक करती रहेगी!

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Unveiling of Statues : बदनावर में महाराणा प्रताप, वल्लभभाई पटेल और राजेंद्र माथुर की प्रतिमाओं का अनावरण समारोह!

धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट

Badnawar (Dhar) : बदनावर में महाराणा प्रताप, सरदार वल्लभभाई पटेल और विख्यात पत्रकार राजेंद्र माथुर की प्रतिमाओं का भव्य समारोह हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर थे। उन्होंने कहा कि ये तीनों हस्तियां एसी है जिन्हें भारत भूमि का बच्चा-बच्चा और आने वाली पीढ़िया युगों तक याद रखेगी। राणा ने मात्र भूमि का प्रेेम सिखाया तो पटेल ने भारत को एकसूत्र में पिरोया।

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राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार ने कहा कि महाराणा प्रताप ने हमें सिखाया कि किसी भी परिस्थिति में झुकना नही है। अकबर जैसा शक्तिशाली शासक भी उसने खौफ खाता था। लौह पुरूष सरदार पटेल नहीं होते तो भारत टुकड़ों में विभाजित हो जाता। वे देश के सच्चे सपूत थे जिन्होंने 562 रियासतों का एकीकरण कर एक देश बनाने में महती भूमिका निभाई। पत्रकार राजेंद्र माथुर ने साबित किया कि कलम की धार तलवार से भी तेज होती है। बदनावर के लिए यह गौरव की बात है कि उनका जन्म यहां हुआ।

पूर्व मंत्री राजवर्धनसिंह दत्तीगांव ने कहा कि आज का दिन इसलिए अनमोल है कि आज हमने तीन एसी महान विभूतियों की प्रतिमाएं स्थापित की जो भारत की धरोहर है। महाराणा प्रताप पराक्रम की पराकाष्ठा, स्वाभिमान का पर्याय रहे। सरदार पटेल वो थे जिन्होंने राष्ट्र की परिकल्पना को साकार का भारत को भारत बनाया। में सोचता हूं कि यदि देश के पहले प्रधानमंत्री वे होते तो आज भारत कहां होता। आज भी यह देश जिस रूप में है उसे होने का श्रेय जिस महापुरूष को जाता है वे सरदार पटेल है। बदनावर की माटी के सपूत राजेंद्र माथुर उन चुनिंदा पत्रकारों में शुमार थे, जिन्हें बुलाकर प्रधानमंत्री भी राय लेते थे व पूछते थे कि देश की दशा, दिशा और विचार क्या होना चाहिए।

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जिला पत्रकार संघ अध्यक्ष छोटू शास्त्री ने मांग रखी कि बदनावर के शासकीय महाविद्यालय का नाम राजेंद्र माथुर रखकर पत्रकार जगत को अनुगृहित किया जाए। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष शिवप्रतापसिंह, एमपीसीए के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर, जयदीप कर्णिक, अभिनेता राहुलसिंह, प्रतापसिंह झालावाड़, करणी सेना की ब्रांड एबेंसेडर आराधना सिंह, पूर्व सासंद द्वय छतरसिंह दरबार व गजेंद्रसिंह राजूखेड़ी, जिपं अध्यक्ष सरदारसिंह मेढ़ा, पूर्व मंत्री रंजना बघेल, पूर्व विधायक खेमराज पाटीदार आदि मंचासीन थे। कार्यक्रम की शुरूआत में स्वागत उद्बोधन नगर पालिका अध्यक्ष मीना शेखर यादव ने दिया। संचालन सुजीत धोड़पकर ने किया। आभार नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेंद्रसिंह पंवार ने माना।

इससे पूर्व सादलपुर से अतिथियों का काफिला प्रारंभ हुआ। पूर्व मंत्री दत्तीगांव का जन्मदिन होने पर कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह मंच लगाकर स्वागत किया। पिटगारा में कारोदा के पूर्व सरपंच कमलेश धाकड़, मुलथान के पूर्व सरपंच तेजू पटेल, दिनेश मालवीय मित्र मंडल ने केक काटकर मंत्री दत्तीगांव का जन्मदिन मनाया। यहां बड़ी चौपाटी पर स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण कर सभी अतिथि बस स्टेंड पहुंचें जहां सरदार पटेल एवं पत्रकार राजेंद्र माथुर की प्रतिमा का अनावरण किया गया।