UP Politics: उत्तर प्रदेश की राजनीति में नये गठजोड़ की तैयारी?
अजय कुमार चतुर्वेदी की विशेष रिपोर्ट
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नये गठजोड़ की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। सारी कवायद आजम खां को लेकर कही जा रही है।
आजम खां जेल से रिहा हो गए है। स्वागत करने के लिए विधायक शिवपाल सिंह यादव और आजम का बेटा अब्दुल्ला आजम सीतापुर में मौजूद रहे।
समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां के स्वागत के लिए अखिलेश यादव के सीतापुर पहुंचने की फिलहाल कोई सूचना नहीं है, लेकिन उनके चाचा शिवपाल का एक दिन पहले ही पहुंचना राजनीतिक नजरिए से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।अखिलेश यादव ने रिहाई के बाद एक ट्वीट कर आजम खां का स्वागत किया है।
सपा के वरिष्ठ नेता व विधायक मा. श्री आज़म ख़ान जी के जमानत पर रिहा होने पर उनका हार्दिक स्वागत है। जमानत के इस फ़ैसले से सर्वोच्च न्यायालय ने न्याय को नये मानक दिये हैं।पूरा ऐतबार है कि वो अन्य सभी झूठे मामलों-मुक़दमों में बाइज़्ज़त बरी होंगे।
झूठ के लम्हे होते हैं, सदियाँ नहीं!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 20, 2022
जानकारों की निगाहें आजम खां के अगले कदम पर हैं। माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी से नाराज चल रहे आजम खां पार्टी छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं। ऐसा होने पर अखिलेश को एक तगडा राजनीतिक झटका लग सकता है। शिवपाल के सीतापुर पहुचने को भी इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है।
शिवपाल यादव भी पिछले कुछ सालों से राजनीतिक उलझन में है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आजम खां चाचा का साथ देते हैं अथवा अखिलेश के ही साथ रहते हैं?