Ratlam: जिले में स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण को लेकर अभियान चला रहा रहा है। लेकिन इस अभियान की पोल तब खुली जब मृत महिला को टीका लग जाने का मैसेज मोबाइल पर आया। यह सिस्टम की विफलता है या फिर स्टाफ की गलती, यह जांच का विषय है? लोगों को वैक्सीन लगी नहीं, लेकिन उनके मोबाइल पर मैसेज आ गया, ‘यू हैव सक्सेसफुली बीन वैक्सीनेटेड’। वैक्सीनेशन(vaccination) का सर्टिफिकेट भी अपलोड हो गया। सरकार द्वारा जारी डाटा भी सवालों के घेरे में आ गया है।
मामला रतलाम के पीएंडटी कॉलोनी निवासी श्रीमती प्रकाश दीक्षित का है। जिन्होने पहला डोज (कोविशील्ड़ वैक्सीन) मार्च में लगवाया था। उसके बाद कोरोना के इलाज के दौरान रतलाम के मेडिकल कॉलेज में श्रीमती प्रकाश दीक्षित की मृत्यु 16 अप्रेल को हो गई थी।
प्रशासन के टीकाकरण अभियान का हाल यह है कि 100 प्रतिशत टीकाकरण दिखाने के लिए परलोक सिधार गए लोगों का टीकाकरण करवा रहे हैं।
मामले में महिला के निधन के 5 माह बाद मोबाईल पर दूसरे डोज लगने का मैसेज आ गया।और इतना ही नहीं उनका सर्टिफिकेट भी जारी हो गया।
ऐसे में प्रशासन क्या दिखाना चाहता है।शत् प्रतिशत टीकाकरण
तो करना ध्येय है पर मृतात्मा का टीकाकरण करवाकर अभियान की वाहवाही कर व्यर्थ का नाम अनुचित कदम है।प्रशासन के अधिकारियों को ऐसे मामलों में पड़ताल करना वक्त की दरकार है।
देखिए, मोबाइल पर आया मैसेज