केंद्र में बढ़ता एमपी के IAS अफसरों का दबदबा
भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1994 बैच के IAS अधिकारी हरि रंजन राव के प्रधानमंत्री कार्यालय में एडिशनल सेक्रेटरी के रूप में नियुक्ति से मध्य प्रदेश के अधिकारियों का दबदबा और बढ़ गया है।
केंद्र सरकार में इस समय मध्य प्रदेश काडर के पांच आई ए एस अधिकारी सचिव पद पर हैं। यह सभी अधिकारी महत्वपूर्ण विभागों को संभाले हुए हैं। अनिल जैन, कोयला, संजय के सिंह, स्टील, राजेश कुमार चतुर्वेदी, फर्टिलाइजर, अनुराग जैन, औद्योगिक प्रोत्साहन तथा आंतरिक व्यापार विभाग और अजय तिर्की, भूमि संसाधन विभाग में सचिव हैं। इनके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की अध्यक्ष अलका उपाध्याय भी है, जिन्हैं हाल ही में सचिव वेतनमान में पदोन्नत किया गया है।
काडर के दो अपर सचिव को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। हरि रंजन राव को प्रधानमंत्री कार्यालय में एडिशनल सेक्रेटरी के रूप में पदस्थ किया गया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1994 बैच के अधिकारी विवेक अग्रवाल को पिछले साल 21 दिसंबर में वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग मे अपर सचिव नियुक्त किया गया। केंद्र सरकार में यह पदस्थापना बहुत ही अहम मानी जाती है। महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती के कारण केंद्र में मध्य प्रदेश के आई ए एस अधिकारीयों का दबदबा फिलहाल बढ गया है।
MP के IAS को केरल में मिला अनूठा सम्मान
मप्र शासन ने आदिशंकराचार्य की जयंती एकात्म उत्सव के रूप में प्रदेश भर में आयोजनों की श्रृंखला के रूप में मनाई गई. इसी कड़ी में अगर देखा जाए तो मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ आईएएस ने जो सम्मान प्राप्त किया है वह पूरे देश में अकेला और अनूठा है।
केरल के कालडी में श्री आदिशंकर के जन्म स्थान में मध्य प्रदेश के आईएएस राजीव शर्मा को मिले इस अनूठे गौरव से ना सिर्फ उनका बल्कि पूरे प्रदेश का सम्मान बढ़ा है। लेखक और आयुक्त शहडोल संभाग राजीव शर्मा को आचार्य शंकर के जन्मोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में आमन्त्रित किया गया। यह ब्यूरोक्रेसी के साथ साथ समूचे मध्य प्रदेश के लिये भी सम्मान की बात है।
वे देश के इकलौते आईएएस अधिकारी हैं जिन्हें आदिशंकर के जन्म स्थान में इस प्रकार सम्मान के साथ आमन्त्रित किया गया.श्रृंगेरी पीठ की ओर से विशेष अंग वस्त्रम भी उन्हें भेंट किये गए.
बता दे कि राजीव शर्मा द्वारा आचार्य शंकर पर लिखी कृति विद्रोही संन्यासी की देश व्यापी लोकप्रियता ने देश के साहित्य जगत का ध्यान खींचा है.
डीलिस्टिंग कहीं भाजपा की फ़ांस न बने
ऐसा लगता है कि भाजपा ने आदिवासी क्षेत्रों में डीलिस्टिंग का मुद्दा छेड़कर बेवजह का नया बवाल खड़ा कर दिया है। इस मुद्दे को बारीकी से परखने और फायदे नुकसान का विश्लेषण करने के बाद साफ लगने लगा है, कि ये मसला आने वाले समय में भाजपा के गले की हड्डी बन सकता है। ये आदिवासियों का अपना सामाजिक मामला है। भाजपा ने राजनीतिक फायदे के लिए इसे भुनाने और ईसाइयों का विरोध करने के लिए अपना एक जेबी संगठन ‘जनजाति सुरक्षा मंच’ खड़ा कर दिया। कई इलाकों में तो इसकी कमान गैर-आदिवासी लोगों के हाथ में सौंप दी गई।
इसका भाजपा कोई राजनीतिक फ़ायदा ले सकेगी, ऐसा तो फिलहाल नजर नहीं आ रहा। अब तो आदिवासियों के संगठन जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) ने भी इसके खिलाफ बयान दिया है। उन्होंने तो इस अभियान को ही असंवैधानिक बताया। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि ‘जनजाति सुरक्षा मंच’ आदिवासियों में भ्रम फैला रहा है। जबकि, भारत संविधान के अनुच्छेद 342 के तहत आदिवासियों को अनुसूचित जनजाति में नोटिफाइड किया गया है। इसका आशय यह कि इसका फ़ायदा यदि किसी को मिलना है, तो ‘जयस’ पीछे नहीं हटेगा।
बदलाव के दौर में PMO
प्रधानमंत्री कार्यालय एक बार फिर बदलाव के दौर में है। हाल ही में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी तरुण कपूर प्रधानमंत्री के नये सलाहकार बने हैं। दो नये अपर सचिव भी नियुक्त हूए है। ऐसी चर्चा है कुछ और बदलाव किए जा सकते हैं। सूत्रों का कहना है पी एम ओ मे जल्दी ही और बदलाव देखने को मिलेंगे।
सुरक्षा सचिव की नियुक्ति को लेकर कवायद शुरू
भारत सरकार में नये सुरक्षा सचिव की नियुक्ति को लेकर कवायद शुरू हो गई है। सुधीर सक्सेना के मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बनने के बाद से यह पद खाली पडा है। अगर सूत्रों पर भरोसा करें तो पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता का नाम फिलहाल आगे चल रहा है। 1987 बैच के IPS अधिकारी गुप्ता वर्तमान में पंजाब पुलिस आवास निगम के अध्यक्ष हैं। अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में गुप्ता की पत्नी और आई ए एस अधिकारी विनी महाजन पंजाब की मुख्य सचिव थीं। वे इस समय केंद्र में पेयजल और स्वच्छता विभाग की सचिव हैं।
सदस्यों की कमी से जूझ रहा केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड पिछले कुछ हफ्तों से सदस्यों की कमी से जूझ रहा है। बोर्ड मे सदस्यों की संख्या 6 है, लेकिन वर्तमान में अध्यक्ष सहित सदस्यों के तीन पद खाली है। सदस्य श्रीमती संगीता सिंह के पास तीन अतिरिक्त चार्ज हैं। उनके पास अध्यक्ष के अलावा आडिट, टैक्स पेयर्स सैवा के सदस्यों का भी अतिरिक्त प्रभार है। श्रीमती सिंह सदस्य, आय कर और राजस्व पद पर पदस्थ है।