Vegetables are Expensive : सब्जियों के भाव आसमान पर, हरा धनिया 250 रुपए किलो, टमाटर 80 पर पहुंचा!

टमाटर की नई फसल आने तक भाव ऐसे ही चढ़े रहेंगे!

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Vegetables are Expensive : सब्जियों के भाव आसमान पर, हरा धनिया 250 रुपए किलो, टमाटर 80 पर पहुंचा!

 

Indore : रसोई में प्रतिदिन कार्य आने वाला हरा धनिया अब आम लोगों की पकड़ से दूर होने लगा है। हरे धनिए की कीमत 250 रुपए किलो तक पहुंच गई है। इसके बाद फेरी लगाकर सब्जी बेचने वाले ठेले वालों ने तो हरा धनिया रखना ही बंद कर दिया है। वही बड़ी कॉलोनी मोहल्ले में सब्जी की दुकान लगाकर कारोबार करने वाले सब्जी व्यापारियों ने भी 10 से कम धनिया देना बंद कर दिया है।

10 रुपए में भी हरे धनिए का केवल एक डाली अर्थात पौधा दिया जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि थोक बाजार में ही धनिया 200 किलो से ऊपर बिक रहा है ऐसे में हम क्या भाव बेच। जो व्यापारी हरा धनिया भेज भी रहे हैं वह भी ढाई सौ रुपए किलो से कम बेचने से परहेज कर रहे हैं। उधर टमाटर भी जिसकी कीमत 20 किलो थी अब 80 तक पहुंचने लगा है।

जानकारी अनुसार इन दोनों हरी सब्जियों की आवक कम हो रही है। इसी के साथ ही हरा धनिया की कीमतों में तो भरपूर हरियाली आई है। बताया जा रहा है कि फसल कम होने के कारण हरे धनिए की कीमत 250 रूपए किलो तक पहुंच गई है। इसके बाद आम लोगों ने तो हरे धनिए का इस्तेमाल ही नहीं के बराबर कर दिया है।

जो हरा धनिया प्रतिदिन भोजन की शान और खुशबू बढ़ाता था और वह रसोई से दूर हो चला है। जो ठेले वाले और सब्जी विक्रेता सब्जी लेने के साथ हरा धनिया फ्री में देते थे, उन्होंने धनिया रखना ही बंद कर दिया। इतनी अधिक कीमत होने के बाद लोगों ने भी फिलहाल हरे धनिए से दूरी बनाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि फिलहाल 1 से 2 महीने हरे धनिए की कीमत लगभग यही रहने वाली है। इससे न केवल भोजन का स्वाद बदल जाएगा वही सजावट में भी कमी आ जाएगी।

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लाल टमाटर भी रुलाने लगा 

टमाटर की कीमतें भी बढ़ गई है। जो टमाटर दो-चार दिन पहले 20 रुपए किलो बिक रहा था वह अब 80 किलो के करीब पहुंच गया है। टमाटर की कीमतें बढ़ाने के पीछे भी पानी की कमी बताई जा रहा है। गर्मी के कारण टमाटर की फसल खराब होना भी बताया जा रहा है। हालांकि आप मानसून ने दस्तक दे दी है, लेकिन टमाटर की नई फसल आने में तीन से चार महीने लगेंगे। ऐसे में तब तक लोगों को टमाटर से या तो दूरी बनाना पड़ेगी या कम संख्या में ही इस्तेमाल करना होगा।

सब्जियों की बढ़ी कीमतों से मध्यम वर्ग की परिवारों के घरों में रसोई का बजट बुरी तरह बिगड़ गया है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ सब्जियों की ही कीमतें बड़ी है उधर राशन की कीमतों में भी उछाल आया है।