
box of soan papdi: दीवाली पर मिला सोन पापड़ी का डिब्बा, कर्मचारियों ने कंपनी के साथ कर दिया खेला, वीडियो वायरल
हरियाणा के सोनीपत में गन्नौर इंडस्ट्रियल एरिया में दिवाली से पहले कंपनी ने कर्मचारियों को बोनस देने का ऐलान किया, लेकिन पैकेट खोलने पर सिर्फ सोनपापड़ी का डिब्बा मिला. देखें वायरल वीडियो.
सोनपापड़ी के डिब्बे दिवाली पर कैसे एक घर से दुसरे घर जाते आते हैं इसको लेकर तो कई रील बनाई जाती हैं लेकिन एक कम्पनी में भी सोंनपापडी के डिब्बे वापस कम्पनी के गेट पर फेंकें गए यह विडियो पहली बार ही देखा .हुआ कुछ यूं कि हरियाणा के सोनीपत शहर के गन्नौर इंडस्ट्रियल एरिया से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो सुनने में मजेदार है लेकिन सोचने पर मजबूर कर देता है. दीवाली से पहले एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को बोनस देने का ऐलान किया. कर्मचारियों ने भी उत्साह के साथ इंतजार किया कि इस साल उनके मेहनत का फल उन्हें मिलेगा.
कर्मचारियों ने कंपनी के गेट पर फेंके डिब्बे
लेकिन जब बोनस का पैकेट खोला गया, तो कर्मचारियों की खुशी जल्द ही गुस्से में बदल गई. पैकेट के अंदर कुछ भी नहीं था, सिर्फ एक सोनपापड़ी का डिब्बा. जी हां, न नकद बोनस, न गिफ्ट वाउचर, न कोई अन्य लाभ, सिर्फ एक डिब्बा सोनपापड़ी. इसे देखकर कर्मचारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने गेट के बाहर ही सारे डिब्बे फेंक दिए.
कर्मचारियों ने कहा कि सालभर मेहनत करो और बदले में आपको सिर्फ सोनपापड़ी मिलती है. घर वाले भी इस घटना का मजाक उड़ाएंगे, क्योंकि अब बोनस का मीठा मतलब सिर्फ डिब्बे में रखा पापड़ी बन गया है.
कर्मचारियों की भावनाओं का उड़ाया मजाक!
यह मामला केवल मजाकिया नहीं है, बल्कि यह गंभीर सवाल भी उठाता है. क्या मेहनत करने वालों की कद्र अब सिर्फ कुछ डिब्बों में रह गई है? क्या सिस्टम ने मेहनत का असली मूल्य भूल लिया है? मेहनत का मीठा फल अब कर्मचारियों तक नहीं पहुंच रहा. लोग सालभर कड़ी मेहनत करते हैं, रात-दिन एक करके कंपनी की तरक्की में योगदान देते हैं, लेकिन बदले में उन्हें वही चीज मिलती है जो किसी काम की नजर नहीं आती.
यह कहानी सिर्फ सोनपापड़ी की नहीं है, बल्कि पूरे सिस्टम की है. यह दिखाती है कि कैसे मेहनत के असली मूल्य को नजरअंदाज कर दिया जाता है और कर्मचारियों की भावनाओं का मजाक उड़ाया जाता है.





