

Vijay Rupani: हर मोड़ पर 1206 की छाया
कभी-कभी कुछ संयोग, इंसान की पूरी कहानी बयां कर देते हैं!
भाजपा के वरिष्ठ नेता और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का कल अहमदाबाद विमान हादसे में निधन हो गया।
कभी-कभी कुछ संयोग, इंसान की पूरी कहानी बयां कर देते हैं। विजय भाई रुपाणी की जिंदगी में ‘1206’ सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि उनकी सफलता और पहचान का प्रतीक बन गया।
म्यांमार में पहला वाहन खरीदा- नंबर था 1206। यहीं से सफलता की नई शुरुआत हुई। फिर राजकोट लौटे, व्यापार और राजनीति में ऊँचाइयों को छुआ—हर बार 1206 उनके साथ रहा।
उनका मोबाइल नंबर, हर पर्सनल वाहन… सब जगह 1206।
और कल, जब वे अपनी अंतिम यात्रा के लिए एयरप्लेन तक पहुंचे, तो घड़ी 12:06 बजा रही थी। लेकिन उनका सफलता का यही शुभांक कल रात उनका अंतिम सफर साबित हुआ।
ऐसे दुर्लभ संयोग बहुत कम देखने को मिलते हैं।
शायद यही किस्मत का इशारा था। जिस शुभांक ने उन्हें जिंदगी भर साथ दिया, वही उनकी आखिरी यात्रा की शुरुआत का साथी भी बना।
अब 1206 सिर्फ एक नंबर नहीं, विजय भाई रुपाणी की यादों और प्रेरणा का हिस्सा बन गया है।
“कुछ संख्याएं सिर्फ अंक नहीं होतीं,
वो किस्मत की लकीरें बन जाती हैं।
1206 की छाया में, विजय भाई की हर मुस्कान अमर हो गई।”
“ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे”