
Villagers Demonstration: वन्य जीवों से 7 लोगों की मौत, लगातार घटनाओं से ग्रामीणों की वन विभाग से नाराजगी, किया प्रदर्शन
बड़वानी: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के राजपुर क्षेत्र में वन्य जीवों की लगातार गतिविधियों के चलते क्षेत्र में हुई सात मौतों को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि वन विभाग आवश्यक कदम नहीं उठा रहा है।

ग्रामीणों ने रैली निकालकर वन विभाग के राजपुर स्थित ऑफिस के सामने धरना प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि क्षेत्र में वन्य जीवों के हमले से अब तक सात मौतें हो चुकी हैं, लेकिन विभाग उन्हें अभी तक पकड़ने में सफल नहीं रहा है। उन्होंने वन विभाग पर उचित कार्रवाई नहीं करने का भी आरोप लगाया। बड़ी संख्या में ग्रामीण आदिवासी संगठनों के साथ नारेबाजी करते रहे।

बड़वानी के डीएफओ आशीष बंसोड़ ने बताया कि लिम्बई क्षेत्र में छह मौतें रेबीज अफेक्टेड जैकाल के हमले के चलते हुई थी, जो बाद में एक कुएं में मृत अवस्था में मिला था। इसके बाद एक पखवाड़े पूर्व ग्राम इंदलपुर में एक 8 वर्षीय बालक को तेंदुए ने मार डाला था, और उसी ग्राम में कुछ दिनों बाद एक महिला को भी घायल कर दिया था।
उन्होंने बताया कि रालामंडल इंदौर और खंडवा से दो रेस्क्यू टीम बुलाई गई है, इसके अलावा चार सीसीटीवी और दो कैमरा ट्रैप और पांच पिंजरे भी स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि लगातार गश्त की जा रही है। उन्होंने कहा कि खंडवा वृत्त की प्रभारी सीसीएफ बासु कनोजिया ने भी क्षेत्र का भ्रमण कर आवश्यक निर्देश दिए थे।

उन्होंने पिंजरे में तेंदूए के नहीं आने का कारण बताते हुए कहा कि दरअसल ग्रामीण अपने जानवरों को जल्दी घर नहीं ला रहे हैं, जिसके चलते तेंदूए उनका शिकार करके अपनी भूख मिटा ले रहे है। उन्होंने बताया कि यदि अपने ग्रामीण अपने जानवर दोपहर में सुरक्षित अपने घर ले आए तो तेंदुआ पिंजरे में शिकार को खाने आएगी और पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मादा तेंदुआ अपने शावकों के साथ क्षेत्र में विचरण कर रही है।





