भोपाल
भाजपा को विधानसभा चुनाव के दौरान सबसे अधिक विधायक देने वाले विन्ध्य क्षेत्र की शिवराज सरकार में भागीदारी नहीं होने और विकास कार्यों में मिलने वाले तवज्जो में कमी से उपजे गुस्से का गुबार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के लिए यहां नई राजनीतिक जमीन तैयार करने के संदेश दे रहा है। इसके साथ ही जिलों में भाजपा नेताओं के बीच समन्वय की कमी और आपसी खींचतान में एक दूसरे को पटखनी देने की कार्यशैली ने भी बीजेपी को डैमेज किया है जिस पर अब पार्टी की चिंता आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बढ़ गई है। रीवा और सिंगरौली महापौर के चुनाव में भाजपा को मिली शिकस्त ने विंध्य में बीजेपी के घटते जनाधार और भाजपा के प्रति लोगों की नाराजगी को सामने ला दिया है।
आम आदमी पार्टी, बसपा की ओर झुके वोटर
रीवा में महापौर के चुनाव में भाजपा से नाराज वोटर ने कांग्रेस को वोट देने के साथ आम आदमी पार्टी और बसपा को भी खूब वोट दिए हैं। यहां बीएसपी उम्मीदवार जयप्रकाश कुशवाहा जेपी को 6008, इंजीनियर दीपक सिंह आम आदमी पार्टी को 8387 मत मिले। इसी तरह की स्थिति सिंगरौली नगर निगम के मामले में रही। सिंगरौली में भी भाजपा की नाराजगी का फायदा आम आदमी पार्टी को मिला और रानी अग्रवाल महापौर निर्वाचित हुई।
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