Vindhya News: नाराजगी की बड़ी वजह विन्ध्य में प्रतिनिधित्व नहीं मिलना

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भोपाल: विन्ध्य में सीधी नगर पालिका और चुरहट नगर पंचायत में भी भाजपा के पार्षद प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा है। यहां कांग्रेस कैंडिडेट हावी रहे हैं। इस नाराजगी की वजह विन्ध्य क्षेत्र से पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 30 में से 25 विधायक दिए जाने के बाद भी सरकार बनने पर पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाना बताया जा रहा है। पहले यहां से सिर्फ रामखेलावन पटेल को मंत्री बनाया गया। बाद में विधानसभा अध्यक्ष भी बनाए गए लेकिन पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल की मजबूत दावेदारी और यहां के लोगों की डिमांड के बाद भी उन्हें मंत्री न बनाने की नाराजगी भी इससे जोड़कर देखी जा रही है। सीधी को भी प्रतिनिधित्व नहीं मिलने से वहां भाजपा के वोट प्रभावित हुए हैं।

पंचायत चुनाव में दिग्गज भाजपाइयों के परिजनों ने किया हार का सामना
विन्ध्य की जनता ने गैरदलीय आधार पर पंचायत चुनाव में भाजपा के दिग्गज नेताओं के परिजनों और रिश्तेदारों को हार का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक चर्चा में रीवा जिले के देवतालाब विधानसभा क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने वाले विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बेटे राहुल गौतम की हार रही। राहुल गौतम को गिरीश के भतीजे पद्मेश ने हराया जो कांग्रेस समर्थित थे। इसी तरह मनगवां से भाजपा विधायक पंचूलाल प्रजापति की पत्नी और पूर्व विधायक पन्नाबाई प्रजापति को भी हार का सामना करना पड़ा था। सतना जिले में पूर्व मंत्री जुगुल बागरी के बेटे पुष्पराज बागरी, बहू वंदना बागरी भी चुनाव लड़े और दोनों ही हार गए। मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी का बेटा जनपद पंचायत सदस्य चुनाव जीतने में सफल रहा है। इसके अलावा सतना भाजपा जिला कोषाध्यक्ष और मंडल उपाध्यक्ष चुनाव हार गए हैं। शहडोल संभाग में खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह की पुत्रवधू अनूपपुर जनपद की वर्तमान अध्यक्ष ममता सिंह से चुनाव हार गई है। बिसाहूलाल की पुत्रवधू जनपद सदस्य का चुनाव लड़ी थी वही मंत्री बिसाहूलाल के बेटे जनपद सदस्य चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। अनूपपुर में डिप्टी कलेक्टर की नौकरी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए प्रदेश महासचिव रमेश सिंह की पत्नी में चार हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की है।